वाशिंगटन, 14 अप्रैल 2021
म्यांमार की सेना के संबंध रखने का खामियाजा गौतम अडानी की कंपनी को अमेरिका में भुगतना पड़ा है। इसके चलते अडानी की कंपनी को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। गौतम अडानी के स्वामित्व वाली अदानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन को एसएंडपी डाउ जोन्स ने अपनी स्थिरता सूची से हटा दिया है। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है।
गौतम अडानी की फर्म पर म्यांमार में तख्तापलट को अंजाम देने वाली सेना के साथ व्यापारिक संबंध रखने के चलते ये कार्रवाई की गई है।
म्यांमार की सेना ने 1 फरवरी को तख्तापलट करते हुए आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को हटाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज ने अपने बयान में कहा है कि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसीजेड) को 15 अप्रैल से सूची से हटा दिया जाएगा।
यंगून में कंटेनर टर्मिनल बना रही अडानी पोर्ट्स
अडानी पोर्ट्स के पास इस समय दुनिया के कई देशों में पोर्ट्स निर्माण का कांट्रैक्ट है। इसी में म्यांमार के यंगून में 29 करोड़ डॉलर की लागत से एक नये कंटेनर टर्मिनल का निर्माण भी है जिसके लिए म्यांमार की सेना के द्वारा चलाई जा रही म्यांमार इकोनॉमिक कॉरपोरेशन ने जमीन लीज पर दी है।
म्यांमार में सेना के तख्तापलट का अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने विरोध किया है और लोकतंत्र न बहाल करने पर म्यांमार की सेना पर सख्त प्रतिबंध लगाने की बात कही है। म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ जनता सड़कों पर है। प्रदर्शनों के दौरान अभी तक 700 से अधिक लोग सुरक्षाबलों की हिंसा में मारे जा चुके हैं।