बीजिंग, 12अप्रैल 2021
ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में बवाल लगातार बढ़ता जा रहा है। चीन ने ताइवान को युद्ध की धमकी दी है तो ताइवान को बचाने के लिए अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर लगातार साउथ चायना सी में युद्धाभ्यास कर रही है, जिसके बाद चीन ने भी अपना एयरक्राफ्ट कैरियर साउथ चायना सी में भेज दिया है। दोनों देशों के बीच ये बवाल तब बढ़ा है जब चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने ताइवान के अधिकार क्षेत्र वाली पूर्वी आइलैंड समंदर में लियोनिंग एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ पूरे एक हफ्ते तक युद्धाभ्यास किया, जिसे देखते हुए अमेरिका ने अपना यूएस कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को साउथ चायना सी में भेज दिया था जिसके बाद चीन ने भी अपना एयरक्राफ्ट कैरियर साउथ चायना सी में भेज दिया है।
चीन-अमेरिका आमने-सामने
चीनी न्यूज ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि लियोनिंग एयरक्राफ्ट कैरियर को चीन की सेना ने साउथ चायना सी में उस जगह पर भेज दिया है, जहां एक दिन पहले अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर ने युद्धाभ्यास किया था। ग्लोबल टाइम्स ने इसे अमेरिका की चीन को उकसाने वाली कार्रवाई बताया है। ग्लोबल टाइम्स ने चीन में निर्मित शेडोंग बर्थ एयरक्राफ्ट कैरियर की तस्वीर जारी करते हुए लिखा है कि सान्या मिलिट्री एयरपोर्ट की तरफ साउथ चायना सी में यह एयरक्राफ्ट जा रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है चीन दुनिया के कुछ उन चुनिंदा देशों में से एक है है, जिसके पास कई एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 3 अप्रैल को चीनी एयरक्राफ्ट ने जापान के ओखिनावा आइलैंड में घुसने की हिमाकत की थी और फिर चीनी एयरक्राफ्ट वहां से 4 अप्रैल को ताइवान चला गया। इतना ही नहीं, चीनी नेवी के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए यहां तक कहा कि चीन अपनी वार्षिक कार्यक्रम के अंतर्गत ये कर रहा है।
अमेरिका की चुनौती
दरअसल, साउथ चायना सी में अमेरिका लगातार बना हुआ है जिसको लेकर चीन बौखला रहा है और उसी वजह से कभी अपना एयरक्राफ्ट कैरियर जापान के क्षेत्र में भेज रहा है तो कभी ताइवान के इलाके में। वहीं, यूएस एयरक्राफ्ट कैरियर यबएस थियोडोर रूजवेल्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और माकिन आइलैंड एम्फीबियस ने संयुक्त रूप से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एकसाथ युद्धाभ्यास किया था। जिसको लेकर चीन बौखलाया हुआ है और लगातार इसकी जांच करने में जुटी हुई है। पिछले 15 दिनों में साउथ चायना सी में चीन और अमेरिकन एयरक्राफ्ट लगातार युद्धाभ्यास कर रही है। 4 अप्रैल को भी यूएस एयरक्राफ्ट ने साउथ चायना सी में युद्धाभ्यास कर चीन को ललकारा था।
चीन के बहाने
साउथ चायना सी में अमेरिकी और चीनी एयरक्राफ्ट आमने-सामने हैं लेकिन चीन लगातार बहाने बना रहा है। चीन ने अब नया राग अलापते हुए कहा है कि चीन अपने तय सालाना कार्यक्रम के तहत ही साउथ चायना सी में अपने एयरक्राफ्ट युद्धाभ्यास और निकरानी के लिए भेज रहा है और अमेरिका के सामने आना महज एक संयोग है। वहीं, साउथ चायना सी में अमेरिकन एयरक्राफ्ट के आने के बाद अब चीन इसे अमेरिका की उकसाने वाली कार्रवाई करार दे रहा है। चीनी एक्सपर्ट्स ने कहा है कि अमेरिका लगातार चीन के समुन्द्री स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रहा है, लिहाजा अब चीन को मिलिट्री एक्सरसाइज बढ़ा देनी चाहिए। वहीं, अब चीन ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन लगातार ताइवान कार्ड खेलकर चीन के ऊपर प्रेशर बनाने की कोशिश कर रहा है और अब वाशिंगटन देखना चाहता है कि आखिर चीन का रिएक्शन कैसा होने वाला है, लेकिन अमेरिका को समझ लेना चाहिए कि ताइवान को लेकर चीन का रवैया नहीं बदला है।