5 अप्रैल 2021
दुनिया भर में दिल की बीमारी से हर साल बड़ी संख्या में लोगों की मौत होती है। दिल की बीमारी को रोक पाना तो संभव नहीं है लेकिन इसे सही समय पर पहचान कर इसके खतरों को कम किया जा सकता है। शरीर में ऐसे कई संकेत हैं जो इस बारे में आपको बताते हैं। इन संकेतों को पहचानें और तुरंत जांच करवाएं। आइए हम आपको ऐसे ही 10 संकेतों के बारे में बता रहे हैं।
उच्च रक्तचाप
यदि आपकी उम्र 50 के पार है तो नियमित अपने रक्तचार यानि ब्लड प्रेशर की जांच करें। चूंकि अब दिल की बीमारियां हर उम्र के लोगों को हो रही हैं इसलिए पहले से भी इसे शुरू कर सकते हैं। ब्लड प्रेशर मापने वाली डिजिटल मशीनें बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। इनके जरिए घर में ही हर सप्ताह या फिर 15 दिन पर अपने ब्लड प्रेशर की जांच करते रहें। अगर आपका ब्लड प्रेशर लगातार हाई रहता है तो डॉक्टर को दिखाएं। यह दिल के दौरे की वजह बन सकता है।
हाई शुगर
खून में शुगर की मात्रा का बढ़ना भी दिल की बीमारियों को बढ़ा सकता है क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं के कामकाज में बाधा डालती है। समय-समय पर खून में शुगर की जांच कराते रहें। शरीर में शुगर की मात्रा का सही रहना बहुत जरूरी है अन्यथा यह हृदय संबंधी रोगों की वजह बन सकता है।
साँस लेने में कठिनाई
रक्त को प्रभावी ढंग से सांस लेने और हृदय को पंप करने के बीच गहरा संबंध है। यदि हृदय पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ है, तो सांस लेने में समस्या हो सकती है। यह भी दिल की बीमारी की तरफ बढ़ने के लक्षण हैं।
सीने में दर्द
कई बार हमारे घरों में प्रौढ़ या बुजुर्ग लोग यहां तक कि युवा भी गैस या एसिडिटी के चलते होने वाले सीने के दर्द को अनदेखा कर देते हैं। अगर छाती में दर्द, छींक या दर्द महसूस होता है, तो यह दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है। धमनी ब्लॉक होने से सीने में दर्द हो सकता है। कई बार दुर्लभ मामलों में किसी को सीने में दर्द के बिना भी दिल का दौरा पड़ सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल
उच्च कोलेस्ट्रॉल आपकी रक्त प्रवाह की नली, जिसे धमनी कहते हैं, में जमा हो जाता है जो दिल की समस्या की प्रमुख वजह बनता है। इसलिए अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जाँच करवाते रहें। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से सिर्फ हृदय ही नहीं बल्कि किडनी फेल होना और किडनी में स्टोन की समस्या भी हो सकती है।
चक्कर आना या ब्लैक आउट
अगर आपको चक्कर आ रहा है जरा भी लापरवाही न करें और इसकी जांच करवाएं। चक्कर आना और ब्लैकआउट निम्न रक्तचाप और ब्लड को पंप करने में हृदय की कमजोरी का संकेत है।