जयपुर, 1 अप्रैल 2021
गत दिनांक 22 मार्च को रुक्षमणि कुमारी ( अध्यक्षा aipc राजस्थान) एवं अविनाश थानवी (उपाध्यक्ष aipc राजस्थान) के नेतृत्व में professional congress के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य से मुलाक़ात कर प्रदेश के अस्पतालों में महिला मरीज़ों वह महिला अटेंडेंट के साथ बढ़ रही दुर्व्यवहार की घटनाओं पर ध्यान आकृष्ट करते हुए आग्रह किया था कि प्रदेश के सभी राजकीय व निजी चिकित्सालयों में इस संबंध में साकार कड़े क़दम उठाए।
उस समय मुख्य सचिव ने तत्काल कार्रवाई करने का आशवशन दिया और उसी के अनुरूप राजस्थान सरकार की चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने महिला सुरक्षा को गम्भीरता से लेते हुए 26 मार्च को स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिपत्र जारी किया गया जिसमें निजी/ राजकीय चिकित्सालयो में महिला मरीजों /महिला अटेंडेंट के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटनाओं के दृष्टिगत रखते हुए राज्य में स्थित सभी राजकीय एवं निजी चिकित्सालय, नर्सिंग होम, क्लीनिक, लैबोरेट्रीज के प्रभारी/ प्रबंधन को यह निर्देशित किया कि वे अपने संस्थान में महिला मरीजों /महिला अटेंडेंट में सुरक्षा का भाव जागृत करने एवं महिला मरीजों /अटेंड के प्रति होने वाले दुर्व्यवहार एवं अपराध को रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाही करते हुए यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
all India professional congress द्वारा shriman मुख्य सचिव तथा चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का इन दिशा निर्देशों के संदर्भ में अपना धन्यवाद प्रकट किया और विश्वास दिलाया कि इनका प्रभावी क्रियान्वयन होने से अस्पतालों में इस तरह की घटनाओं की रोकथाम हो पाएगी
राजस्थान सरकार की सकारात्मक सोच का परिणाम, उक्त परिपत्र जारी करने के रूप में सामने आया है। सरकार महिला को लेकर संवेदनशील है , महिला सशक्तिकरण सरकार की प्राथमिकता है । इसके ऐप्स राजस्थान की अध्यक्षा श्रीमती रुक्षमणि कुमारी ने लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी, चिकित्सा मंत्री माननीय रघु शर्मा जी, और मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य जी को धन्यवाद ज्ञापित किया ।