आगरा, 25 मार्च 2021
आगरा में दो भाईयों के बीच विवाद को सुलझाने के दौरान शहीद हुए सब इंस्पेक्टर प्रशांत यादव को आगरा पुलिस लाइन में सलामी दी गई। इस मौके पर तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। एडीजी राजीव कृष्ण समेत तमाम अधिकारियों ने शहीद प्रशांत यादव को श्रद्धांजलि दी और जवानों ने आखिरी सलामी दी। इस मौके पर राज्यमंत्री जीएस धर्मेश भी मौजूद रहे। उन्होंने शहीद प्रशांत के परिवारवालों को 50 लाख की आर्थिक मदद भी दी। उधर, मुख्य आरोपी विश्वनाथ पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
दो भाईयों का विवाद सुलझाने पहुंचे थे दरोगा प्रशांत यादव
आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नहर्रा में रहने वाले दो भाईयों में आलू के बंटवारे को लेकर बुधवार शाम विवाद हो गया। सूचना मिलने पर दारोगा प्रशांत यादव, सिपाही चंद्रसेन व एक अन्य सिपाही के साथ मौके पर पहुंचे। बताया गया कि घटनास्थल पर पहुंचते ही आरोपियों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। इसी बीच आरोपित ने दारोगा प्रशांत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। सिपाहियों ने भी भागकर जान बचाई। घटना के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री योगी ने शहीद दरोगा प्रशांत यादव के आश्रित स्वजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। साथ ही कहा कि परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी सेवा में लिया जाएगा।
छोटे भाई ने किए दो फायर, दरोगा की गर्दन में लगी गोली
आईजी रेंज आगरा ने बताया कि शिवनाथ और विश्वनाथ दो सगे भाई हैं। शिवनाथ बड़ा है और विश्वनाथ छोटा है। शिवनाथ अपने पिता के हिस्से से निकले आलू को बाजार में बेचने के लिए जा रहा था, जिस पर विश्वनाथ ने मां का भी हिस्सा देने की बात कही। इसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद बढ़ता देख बड़े भाई शिवनाथ ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर सब इंस्पेक्टर प्रशांत एक सिपाही के साथ पहुंचे। पुलिस को आता देख छोटा भाई विश्वनाथ वहां से भागने लगा और भागते हुए उसने दो फायर किए। एक गोली सब इंस्पेक्टर की गर्दन में जा लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। आरोपी विश्वनाथ फिलहाल फरार है।