अलीगढ़, 24 मार्च 2021
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में सत्य प्रकाश शर्मा नामक बुजुर्ग और उनकी पत्नी रुक्मणी शर्मा ने ऐसा काम किया है, जो देश में अब तक नहीं हुआ। यह दंपत्ति करीब 300 किलो का एक ताला बना रहे हैं। इतना बड़ा ताला बनाते हुए उन्हें एक साल हो चुका है। यह काम पूरा होने में अभी एक-दो महीने का वक्त और लगेगा। इस बारे में सत्य प्रकाश शर्मा का कहना है कि, यह ताला बनाने में क़रीब एक लाख रुपये खर्च हो चुके हैं।
अलीगढ़ में बन रहा इतना बड़ा ताला
सत्य प्रकाश शर्मा दरअसल अलीगढ़ के एक ताला कारीगर हैं। उनकी इच्छा है कि, वो अयोध्या में बनने जा रहे भव्य राम मंदिर के लिए भी एक बड़ा ताला बनाएं। उन्होंने कहा कि, ‘मेरे यहां 100 साल से भी ज़्यादा पहले से ताले बनाने का काम-धंधा चला आ रहा है। अलीगढ़ के ताले का दुनियाभर में नाम है। और अलीगढ़ की पहचान हो इसलिए हमने ये 300 किलो का ताला बनाया है। मैं राम मंदिर के लिए भी ताला बनाना चाहता हूं।’
चाभी का वजन 25 किलो से ज्यादा
ताले के बारे में सत्यप्रकाश शर्मा कहते हैं कि, ‘अभी 6 लीवर का ताला तैयार हुआ है। 6 फीट 2 इंच लंबे और 2 फीट साढ़े 9 इंच चौड़े ताले को बनाने में 65 किलोग्राम से ज्यादा पीतल का इस्तेमाल किया गया है। 3 फुट 4 इंच की चाबी बनाई है। इसका वजन 25 किलोग्राम से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि, काम पूरा होने के बाद यह दुनिया का सबसे बड़ा ताला होगा, जो इस्तेमाल में रहेगा। हम जो कर रहे हैं, मुझे लगता है कि लोग इसे देखकर गर्व महसूस करेंगे।’
राम मंदिर के लिए भी बनाना चाहते हैं
सत्य प्रकाश शर्मा की पत्नी रुक्मणी शर्मा ने पति की हां में हां मिलाते हुए बताया कि, हमारी इच्छा राम मंदिर के लिए ताला बनाने की है। उन्होंने कहा कि, यह 300 किलो का ताला बनाते हुए हमें एक साल हो गया। यह बहुत बड़ा है, इसलिए अभी वक्त लगेगा। रुक्मणी बोलीं- ‘हम लॉकडाउन के दौरान यह ताला बनाने में जुटे रहे। इसका आर्डर लॉकडाउन के पहले मिला था। कुछ समय के लिए काम में बाधा भी आई, लेकिन हम फिर काम में जुट गए।’