नई दिल्ली, 23 मार्च 2021
New Salary policy. 1 अप्रैल के साथ ही नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत हो जाएगी। नए फाइनेंशियल ईयर और नए महीने के शुरुआत के साथ ही आपकी सैलरी ( Salary) में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। ये बदलाव आपकी टेक होम सैलरी( Take Home Salary) को प्रभावित करेगा। आपकी टेक होम सैलरी घट सकती है। 1 अप्रैल से सैलरी का नया नियम( New Wage Code) लागू होने जा रहा है। सरकार नया वेज कोड लागू करने जा रही है। नई वेतन संहिता (New Wag Code) के लागू होते ही आपके हाथों में मिलने वाले सैलरी में कटौती हो सकती है, हालांकि आपका भविष्य अधिक सुरक्षित हो जाएगा, क्योंकि भविष्यनिधि में लनदारी बढ़ जाएगी।
1 अप्रैल से बदल जाएगा सैलरी का नियम
केंद्र सरकार 1 अप्रैल से सैलरी का नया वेज कोड लागू करने की तैयारी में है। नया वेज रूल लागू होते ही आपकी सैलरी में बदलाव होंगे। नए वेज कोड के मुताबिक आपको इन हैंड मिलने वाली सैलरी में वेतन का हिस्सा 50% होना चाहिए। यानी बेसिक सैलरी (Basic Salary), महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) और रिटेनिंग अलाउंस (Retaining Allowance) को मिलाकर मिलने वाली सैलरी आपकी कुल सैलरी का आधा होना चाहिए। यानी 1 तारीख से आपके वतन के प्रारुप में बदलाव हो जाएगा। एक अप्रैल 2021 से सैलरी स्ट्रक्चर, ईपीएफ कंट्रीब्यूशन आदि में बदलाव होने जा रहा है।
आपकी इन हैंड सैलरी में फेरबदल
सरकार नौकरीपेशा लोगों के लिए नया वेज कोड(New Wage Code) लागू करने की तैयारी में है, अगर ये 1 अप्रैल को लागू किया जाता है तो आपकी सैलरी आपके कुल मजदूरी का कम से कम 50% होना अनिवार्य हो जाएगा। यानी मूल वेतन कुल वेतन का 50 फीसदी या उससे अधिक हो जाएगा। आपको बता दें कि कंपनियां सीटीसी में मूल वेतन को कुल वेतन का 35 से 40 फीसदी ही रखती है, लेकिन नया वज कोड लागू होने पर कंपनियां ऐसा नहीं कर सकेंगी।
घटेगी सैलरी, बढ़ेगा पीएफ
नए वेज कोड लागू होने पर कंपनियों को कर्मचारिय़ों का मूल वेतन बढ़ाना होगा। मूल सैलरी बढ़ने से कर्मचारियों का पीएफ कंट्रीब्यूशन भी बढ़ेगा। ऐसे में जब आपकी सैलरी से पीएफ का कंट्रीब्यूशन बढ़ेगा तो टेक-होम सैलरी या इनहैंड सैलरी( In Hand Salary) में कटौती होगी। आपको बता दें कि सीटीसी में पीएफ कंट्रीब्यूशन( PF Contribution) में आपको अपना और नियोक्ता दोनों का हिस्सा देना होता है। ऐसे में आपको मिलने वाली इन हैंड सैलरी घट जाएगी। उदाहरण के तौर पर समझे तो आपकी मासिक सैलरी अगर 40000 रुपए है तो आपका मूल वेतन कम से कम 20000 रुपए होगा। यानी नए वेज नियम के लागू होने के बाद कंपनियों को 50 फीसदी बेसिक सैलरी की अनिवार्यता को पूरा करना होगा, जिसके कारण उन्हें आपकी बेसिक सैलरी को बढ़ाना होगा। बेसिक सैलरी बढ़ते ही पीएफ, ग्रेज्युटी जैसे भत्ते बढ़ेगी और टेक होम सैलरी घटेगी। हालांकि रिटायरमेंट में मिलने वाली रकम बढ़ जाएगी।
रिटायरमेंट की रकम में बढ़ोतरी
जहां इन हैंड सैलरी घट जाएगी तो वहीं आपके रिटायरमेंट ( Retirement amount) बढ़ जाएगा। इससे सेवानिवृत्ति के बाद आपको अधिक रकम मिलेगी। वहीं नए ड्राफ्ट में कर्मचारियों के कामकाज के घंटों को बढ़ाकर 12 घंटे करने का प्रस्ताव भी है। वहीं 15 से 30 मिनट के बीच के अतिरिक्त समय ऑफिस में देने पर ओवरटाइम का भी प्रावधान है। वहीं हर 5 घंटे के बाद 30 मिनट के ब्रेक का भी प्रावधान है।