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नई दिल्ली: देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। शनिवार को एक बार फिर इनकी कीमतों में इजाफा हुआ है, जिससे तेल के दाम नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। पेट्रोल और डीजल कीमतों में शुक्रवार को करीब 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई। यह दैनिक आधार पर कीमतों में संशोधन की व्यवस्था लागू होने के बाद एक दिन में हुई सबसे बड़ी वृद्धि है। यह व्यवस्था करीब 14 महीने पहले शुरू हुई थी। इससे पेट्रोल, डीजल के दाम रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गए हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल कीमत में जहां 39 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है वहीं डीजल का दाम 47 पैसे प्रति लीटर बढ़ाया गया है। दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 80.38 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया है।

मुंबई में यह 87.77 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इसी तरह दिल्ली में डीजल का दाम अब 72.51 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 76.98 रुपये प्रति लीटर हो गया है। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों ने अगले सप्ताह ईंधन की ऊंची कीमतों के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल और प्रदर्शन का ऐलान किया है। विपक्ष ने ऊंचे करों को इसकी प्रमुख वजह बताया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती का कोई संकेत नहीं दिया।

उन्होंने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ही कच्चे तेल के दाम ऊंचे हैं। अगस्त के मध्य से पेट्रोल का दाम 2.85 रुपये लीटर और डीजल का 3.3 रुपये लीटर बढ़ा है। इसकी वजह डॉलर के मुकाबले रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचना है जिससे आयात महंगा हो गया है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने पर उत्पाद शुल्क घटाया था।

10 सितंबर को कांग्रेस का भारत बंद
कांग्रेस पार्टी ने डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ 10 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस की ओर से आहूत ‘भारत बंद’ को विपक्ष की कुल 18 छोटी-बड़ी पार्टियों का समर्थन मिला है।