नई दिल्ली । शिक्षा के साथ साथ खेलों को भी बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार बड़ा परिर्वतन करने के प्रयास कर रही है। इसके लिए अगले साल स्कूलों में बच्चों के कोर्स में पचास फीसदी कटौती करने को कहा गया है। खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने देश में खेलों को बढ़ावा देने की कवायद के तहत सोमवार को कहा कि अगले साल से पाठ्यक्रम में 50 % की कमी करके स्कूलों में खेलों का पीरियड अनिवार्य कर दिया जाएगा। एक कार्यक्रम के दौरान राठौड़ ने कहा, ”हम एक ऐसे मंच पर आए हैं, जहां खेल शिक्षा का हिस्सा नहीं है, यह शिक्षा है। शिक्षा मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि 2019 तक स्कूलों में पाठ्यक्रम 50 प्रतिशत कम कर दिया जाए और तब खेलों का पीरियड नियमित आधार पर होगा।”
उन्होंने बताया की खेलों को अधिक प्रासंगिक बनाने के लिए मंत्रालय कई चीजों पर काम कर रहा है। राठौड़ ने कहा, ”हम यहां भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि साई (अब स्पोर्ट्स इंडिया) 2022 तक अपने कर्मचारियों की संख्या में 50 प्रतिशत तक कटौती कर दी, ताकि खेलों पर अधिक पैसा खर्च किया जा सके। इस साल हमारे पास खेलों की विशेषज्ञता वाले 20 स्कूल होंगे और सरकार उनमें से प्रत्येक पर सात से दस करोड़ रूपये खर्च करेगी। हमारी योजना प्रत्येक स्कूल में दो या तीन मुख्य खेल रखने की है।”