नई दिल्ली: सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो आने के बाद अब इस पर सरकार और विपक्ष को बीच सियासी जंग शुरू हो गई है। वहीं इस बयानबाजी के बीच सर्जिकल स्ट्राइक की निगरानी करने वाले अफसर पूर्वी नॉर्दर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डीएस हुड्डा ने इस पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि इस मिशन पर फैसला पूरी तरह से राजनीतिक नेतृत्व का था। हुड्डा ने कहा कि सेना भी इस स्ट्राइक के लिए पूरी तरह से सहमत और तैयार थी। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि सेना तब कुछ करना चाहती थी और अगर भविष्य में भी पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने का मौका मिला तो सेना पीछे नहीं हटेगी और हम फिर से ऐसा स्टाइक कर सकते हैं।
बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर शुरू से ही विपक्षी दल मोदी सरकार पर सवाल उठाती आ रही है। हाल ही में वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीतिकरण कर रही है। कांग्रेस ने गुरुवार को वीडियो जारी करने की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने वोट हासिल करने के लिए ऐसा किया है, सरकार सेना के बलिदान का अपमान कर रही है। उल्लेखनीय है कि 29 सितंबर, 2016 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में तीन किमी अंदर घुसकर इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।