भोपाल, बैरसिया में एक किसान ने दबंगों को उसकी जमीन पर अवैध कब्जा करने से रोका तो उसे उन्होंने जिंदा जला डाला और घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए। घटना से आक्रोशित होकर और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सरकारी अस्पताल में करीब पांच घंटे भारी हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर देर रात चार लोगों को हिरासत में लिया।
किसान को पट्टे पर मिली थी जमीन
पुलिस के मुताबिक किशोरीलाल को परसोरिया घाटखेड़ी गांव में साल 2000 में सरकार की तरफ से खेती के लिए साढ़े तीन एकड़ जमीन का पट्टा मिला था। गांव का एक दबंग परिवार उस जमीन पर कब्जा करना चाहता था। लेकिन जब किसान ने उसको ऐसा करने से रोका तो उन्होंने उसे जिंदा जला डाला।
भड़का आक्रोश
घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। इस दौरान उन्होंने करीब पांच घंटे तक भारी हंगामा किया। सूचना मिलने के बाद मौके पहुंचे एसपी नार्थ हेमंत चौहान और एएसपी संजय साहू ने मामला शांत करवाया और बाद में एसडीएम राजीवनंदन श्रीवास्तव की मौजूदगी में परिजनों ने किशोरीलाल का खेत में अंतिम संस्कार कर दिया।
खेत जोत रहे थे दबंग
सुबह करीब नौ बजे किशोरीलाल को सूचना मिली कि कुछ लोग उसके खेत में जुताई कर रहे हैं। वह पत्नी के साथ खेत पर पहुंचा तो गांव के तीरन यादव अपने बेटे प्रकाश और भतीजे बलवीर और संजू यादव के साथ खेत जोत रहा था। किशोरीलाल ने तीरन को खेत में जुताई से रोका। इस पर तीरन और बेटों-भतीजों ने किशोरीलाल की पिटाई शुरू कर दी।
‘पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया’
किशोरीलाल के बेटे कैलाश जाटव का कहना है कि प्रकाश, संजू और बलवीर ने उसके पिता को पकड़ लिया और तीरन यादव ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना की सूचना पर परिजन और गांववाले मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से झुलसे किशोरीलाल को बैरसिया अस्पताल लाए, जहां 11 बजे उसकी मौत हो गई।