नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हैदराबाद में करीब दो साल पहले कथित रूप से दलित छात्र रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला के बयान पर हैरानी व्यक्त करते हुए आज कहा कि कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों ने पुत्र की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से दुखी मां के शोक का राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया है। केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि न केवल इंडियन यूनियन ऑफ मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने बल्कि कांग्रेस ने भी वेमुला के परिवार की मजबूरियों का राजनीतिक लाभ उठाया है और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कई बार राधिका वेमुला के साथ मंच साझा किया है। उसके पीछे क्या मंशा और क्या प्रलोभन था, यह देश जानना चाहता है। गोयल ने विपक्षी दलों की इस ‘घिनौनी हरकत’ की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठ की बुनियाद पर ओछी राजनीति पर उतर आयी है। इस प्रकार के छल से देश हतप्रभ है। गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसे हर नागरिक गंभीरता से ले और इस प्रकार की राजनीति करने वाले दलों से जवाब मांगे कि वे एक मां के दुख को राजनीतिक लाभ में बदलने का इरादा क्यों रखते हैं। उन्होंने कहा कि एक दुखी परिवार को लालच देकर और झूठे वादे करके बेबुनियाद आरोप लगवाना एक बेहद घिनौनी हरकत है। ये राजनीतिक दल भविष्य में भी इस प्रकार के आरोप प्रत्यारोप लगाकर देश में अमन-शांति का माहौल खराब करते, इसके पहले ही इनके चेहरे से इनका नकाब उतर चुका है। जनता ऐसे नेताओं एवं दलों को कभी माफ नहीं करेगी जिन्होंने एक शोकाकुल परिवार का शोषण किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भी समाज को बांटने का काम नहीं करती है। वह मानती है कि सबके विकास के लिए काम करना उसका धर्म है। उन्होंने मीडिया से भी अपील की कि आने वाले समय में इस प्रकार के आरोपों- प्रत्यारोपों पर सनसनी फैलाने की बजाय आरोपों की प्रामाणिकता का पता लगाने के बाद ही रिपोर्ट करे।
इससे पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र स्वर्गीय रोहित वेमुला की मां राधिका वेमुला ने भारतीय यूनियन मुस्लिम लीग पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि लीग के नेताओं ने रोहित की मौत के बाद उन्हें किया था कि वे उन्हें रहने के लिए घर देंगे। उन्होंने 20 लाख रुपये देने का वादा किया था। लेकिन रोहित की मौत के दो साल होने के बाद भी उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया है।
गौरतलब हैौ कि हैदराबाद विश्वविद्यालय से शोध कर रहे छात्र रोहित वेमुला ने 17 जनवरी, 2016 को यूनिवर्सिटी परिसर के छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी। रोहित विश्वविद्यालय द्वारा की गयी अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर परेशान था. इस घटना के बाद राजनीति शुरू हो गई थी