18 साल के इंतजार के बाद आखिरकार उत्तराखंड की एक टीम रणजी ट्रॉफी खेलेगी. बीसीसीआई ने आगामी सत्र में राज्य के घरेलू क्रिकेट में पदार्पण पर नजर रखने के लिए नौ सदस्यीय ‘सामंजस्य समिति’ के गठन का फैसला किया है.
आज हुई एक बैठक के बाद प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा कि उत्तराखंड रणजी ट्रॉफी में पदार्पण करेगा.
नौ सदस्यीय सामंजस्य समिति में राज्य के विभिन्न क्रिकेट संघों के छह सदस्य और उत्तराखंड सरकार का एक नामित सदस्य होगा. इसके अलावा हाल ही में रिटायर हुए प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी समेत बीसीसीआई के दो प्रतिनिधि भी होंगे.
राय ने कहा, ‘उत्तराखंड के सभी विरोधी संघों ने आपसी मतभेद भुला दिए हैं, ताकि रणजी ट्रॉफी में राज्य की टीम की भागीदारी सुनिश्चित हो सके. एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें बीसीसीआई का प्रतिनिधि भी होगा. यह अगले सप्ताह से काम करेगी.’
बैठक में सीओए सदस्य डायना एडुल्जी और बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी भी मौजूद थे.
बीसीसीआई की तकनीकी समिति ने बिहार और पूर्वोत्तर की टीम को भी आगामी घरेलू सत्र में शामिल करने का फैसला किया है, जिससे रणजी ट्रॉफी में टीमों की संख्या 36 हो जाएगी.