नई दिल्ली, खादी के कपड़े बेचने वाले ब्रैंड फैब इंडिया पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने कंपनी के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में केस दर्ज कराया है। आयोग ने फैब इंडिया पर फैक्ट्री में बने सूती कपड़ों को खादी के नाम पर बेचने और उसे 525 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
क्या कहा फैब इंडिया ने
खादी आयोग की तरफ से केस लड़ने वाली लॉ फर्म कोचर ऐंड कंपनी ने फैब इंडिया से कहा कि वह ‘खादी’ ट्रेडमार्क के जरिए कपड़े बेचे जाने के चलते हुए नुकसान की भरपाई करे। फैब इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस संबंध में अभी हमें कोई जानकारी नहीं मिली है। इस संबंध में उससे पहले कोई भी टिप्पणी करना सही नहीं होगा।’
होगी कड़ी कार्रवाई
देश में खादी के प्रोत्साहन का काम देखने वाली संस्था खादी एवं ग्रामोद्योग का कहना है कि उसने फैब इंडिया को यह अधिकार नहीं दिए हैं कि वह खादी ब्रैंड के तहत कपड़े बेचे। हालांकि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने रैमंड और अरविंद मिल्स को खादी ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने का अधिकार दे दिया है। आयोग के चेयरमैन ने कि ग्रामीण कारीगरों के हितों का उल्लंघन करते हुए यदि कोई ट्रेडमार्क जैसे नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।