हेल्थ डेस्क: मध्य प्रदेश में जापानी एनसेफेसलिटिस से 2 बच्चों की मौत होने से पूरे प्रदेश के अस्पतालों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब भोपाल में इस जापानी बुखार के कारण 2 बच्चों की मौत हो गई है।
सिरदर्द के साथ हल्का बुखार आ जाना।
गर्दन में अकड़न, शरीर में ऐंठन।
सांस लेने में तकलीफ होना।
हमेशा आलस्य चढ़ा रहना।
बात करने में असमर्थ होना।
शरीर में कंपन होते रहना।
मांसपेशियों में कमजोरी।
जापानी एनसेफेलिटिस एक फ्लेविवाइरस के कारण होता है। जो कि जानवरों और मनुष्यों दोनों को प्रभावित करता है। आपको बता दें कि इस वायरस के फैलने का कारण सुअर और पक्षी है। इसके अलावा मच्छर के काटने से भी ये फैलता है।
कीट निवारक दवा का इस्तेमाल करें।
मच्छर काटने से बचने के लिए ढके हुए कपड़े पहने।
शाम के समय सबसे ज्यादा मच्छरों का प्रकोप होता है। इस समय बाहर जाने से बचें।
घरों के आस पास पानी न जमा होने पाए खासकर बारिश के मौसम में बच्चों को बेहतर खान-पान रखें।