मॉनसून

मॉनसून की उमस और हवा में नमी बालों को बेजान बना देती है। इस मौसम बालों से शाइन गायब होकर वह रूखे और झड़ने लग जाते हैं। बालों में चिपचिपेपन और उलझन की वजह से कोई हेयरस्टाइल भी नहीं बन पाता। इसीलिए जरुरी है कि मॉनसून में बालों का खास ख्याल रखा जाए।

बालों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए हाइड्रेटिंग तेलों जैसे बादाम या नारियल के साथ एंटीबैक्टीरियल तेल नीम को समान मात्रा में मिलाकर लगाएं। इससे बाल उलझेंगे या टूटेंगे नहीं और दोमुंहे भी नहीं होंगे। नीम का तेल ठंडक देकर पसीने को दूर करता है, जिससे रूसी और खुजली नहीं होती है।

घुंघराले घने लहराते बालों के उलझने की ज्यादा संभावना होती है, इसलिए हाइड्रेटिंग शैंपू या कंडीशनर का इस्तेमाल करना जरूरी है। नैचुरल उत्पाद का ही इस्तेमाल करें, ताकि केमिकल आपकी बालों को रूखा नहीं बना सके।

जिन बालों को पहले से ही नुकसान पहुंचा हुआ है या जो उपचार की प्रक्रिया में हैं, उन बालों के लिए सल्फेट-फ्री शैंपू का इस्तेमाल खास तौर से जरूरी है।

हेयर स्टाइलिंग टूल या हेयर ड्रायर के इस्तेमाल से ज्यादा हीट से आपके बालों को नुकसान पहुंच सकता है।

उमस भरे मौसम में सिर में बैक्टीरिया या फंगी पनपने के ज्यादा आसार होते हैं, जिसके चलते सिर में खुजली होती है। अतिरिक्त तैलीयपन होता है और बाल भी ज्यादा झड़ने लगते हैं। ऐसे में स्कैल्प के लिए अक्सर स्पेसीफिक शैंपू का इस्तेमाल करें. स्कैल्प को ड्राइ रखने के लिए घर पर ड्रायर का इस्तेमाल करें।

स्कैल्प में ज्यादा समस्या होने पर रोज शैंपू करें, या फिर सप्ताह में तीन बार शैंपू करना ज्यादा बेहतर है।

बालों के उलझने की समस्या से बचने के लिए एंटी-फ्रीज मास्क या एंटी-फ्रीज कंडीशनर का इस्तेमाल करें. आप एंटी-फ्रीज सीरम, क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

बालों को टूटने से बचाने के लिए स्कैल्प को साफ और ड्राइ रखना जरूरी है। बारिश में बाल गीले हो जाने पर बाल धोना नहीं भूलें। स्वस्थ स्कैल्प के लिए स्पेसीफिक स्कैल्प शैंपू या मास्क का इस्तेमाल करें। अक्सर बाल धोने के साथ ही बालों में तेल लगाना भी जरूरी है, जिससे बालों में मॉइश्चर बना रहे।

कलर प्रोटेक्टिंग मास्क बालों में ज्यादा चमक लाते हैं। ग्लॉसी (चमकदार) बालों के लिए सीरम/तेल का इस्तेमाल करें।

बारिश के मौसम में पोनी टेल, चोटी, बालों को ऊपर करके बांधना या जूड़ा बनाना ज्यादा उपयुक्त रहेगा।