नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संबोधन को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपना-अपना खेल शुरू कर दिया है। सभी ने इसका आकलन अलग-अलग तरीके से किया है। कांग्रेस में भी उनके संबोधन को लेकर भिन्न प्रतिक्रियाएं आई हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने प्रणब के नागपुर कार्यक्रम पर कड़े सवाल खड़े किए हैं जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने प्रणब के संबोधन की सराहना की है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस नेता आनंद शर्मा पर चुटकी लेते हुए कहा कि आनंद शर्मा एक बार नागपुर होकर आएं, तो उनका भी कद ऊंचा हो जायेगा।
आनंद शर्मा ने आज कहा कि मुखर्जी के नैतिक बल, विवेक और धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक लोकतंत्र को बुलंद रखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर कभी संदेह नहीं रहा और नागपुर में संबोधन के बाद उनका कद पहले से और ऊंचा हो गया है। राष्ट्रवाद पर दिए भाषण को कांग्रेस ने आरएसएस को सच का आईना दिखाना करार दिया है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने मुखर्जी के जाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उन्होंने वहां जाकर राष्ट्रवाद पर संबोधन क्यों दिया जबकि वह उनकी पीढ़ी के नेताओं को हमेशा संघ के इरादे एवं योजनाको लेकर आगाह करते रहे। तिवारी ने आज एक के बाद एक कई ट्वीट कर मुखर्जी के नागपुर जाने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी, क्या मैं आपसे एक सवाल पूछ सकता हूं जिसका आपने अब तक जवाब नहीं दिया है और जो लाखों धर्मनिरपेक्षतावादी और बहुलवादी लोगों को अखर रहा है।