कर्नाटक, कर्नाटक में जनता दल(एस) और कांग्रेस गठबंधन सरकार की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी अपनी नई सरकार के बीच घिर चुके हैं। सीएम मंत्रिमंडल विस्तार से नाखुश कांग्रेस विधायकों को समझाने-बुझाने का लागतार प्रयास कर रहे हैं बावजूद इसके वे मानने को तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार कुछ असंतुष्ट विधायकों ने कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया है और वह जल्द ही भाजपा से हाथ मिला सकते हैं।
विधायकों ने की भाजपा से बातचीत
कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन सरकार में एम बी पाटिल, दिनेश गुंडु राव, रामलिंगा रेड्डी, आर रौशन बेग, एच के पाटिल, तनवीर सैत, शामानूर शिवशंकरप्पांड और सतीश जारखिहोली समेत पिछली सिद्धरमैया मंत्रिमंडल के कई अहम सदस्यों को नयी गठबंधन सरकार में जगह नहीं दी है। ये नेता काफी खफा हैं और इनके बीच काफी बैठकें हो चुकी हैं। कांग्रेसी विधायक एचएम रेवन्ना ने नाराजगी जताते हुए कहा कि वह भाजपा के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं और वह जल्द ही इसे जॉइन कर सकते हैं।
असंतुष्ट विधायकों ने की बैठक
विधायकों का आरोप है कि केसी वेणुगोपाल और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने अपना रोल सही से नहीं निभाया है। एम टी बी नागराज, सतीश जारकिहोली, सुधाकर और रोशन बेग समेत असंतुष्ट नेताओं के एक समूह ने पाटिल के निवास पर बैठक की थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार पिछले तीन दिनों ऐसी कई बैठकें हो चुकी हैं जिसमें पूर्व मंत्री एच के पाटिल भी शामिल हुए। वहीं वीरवार को कई असंतुष्ट नेताओं और उनके समर्थकों ने कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया।