हमारे देश में फिल्मों का बहुत बड़ा कारोबार है, शुक्रवार को जैसे जुम्मे का रोल होता है ना वैसा ही फर्स्ट डे रिलीज़ का हाल है. 60 रुपए की दाल और 80 रुपए के पैट्रॉल को महंगा बताकर सरकार को कोसने वाला आम आदमी 250 रुपए में 3 घंटे की मूवी जरूर देख कर आता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 1600 मूवीज रिलीज़ होती हैं। ये आंकड़ा बताता है कि भारतीय सिनेमा दुनिया के बाकी सिनेमा के आगे घटोत कच्छ की भूमिका में है, जिसके सामने सारी दुनिया में बनने वाली फिल्मों के आंकड़े चींटी के समान है।परमाणु और वीरे दी वेडिंग की कमाई
खैर हम बात करते हैं फिल्म परमाणु और वीरे दी वेडिंग की. फिल्म परमाणु की पहले दिन की कमाई 4.82 करोड़ थी जबकि वीरे दी वेडिंग ने पहले ही दिन 10 करोड़ से ऊपर की कमाई करके शानदार, जबरदस्त, जिंदाबाद ओपनिंग की. रिलीज़ के दूसरे दिन के ख़त्म होने तक वीरे दी वेडिंग की कमाई 22.95 करोड़ (हिंदुस्तान टाइम्स) हो गयी थी, वहीँ परमाणु दूसरे दिन के अंत तक सिर्फ 12.46 करोड़ (सोर्स- ट्विटर) ही बटोर पायी।क्या है फिल्म परमाणु में
जॉन अब्राहिम की परमाणु दुनिया को भारत की ताकत का एक नमूना दिखाती हैं. ये फिल्म हमें दुनिया से टक्कर लेने की उस हिम्मत के बारे में बताती है जो भारत ने पोखरण में दिखाई। अटल बिहारी की सरकार ने विश्व की आँखों में आँखे डालकर ये परिक्षण करके भारत को परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया था. परमाणु परिक्षण के बैन से एक दिन पहले ये परिक्षण करके भारत ने दुनिया को अपनी इच्छा शक्ति और स्पीड के आगे बौना बना दिया था. ये पूरी कहानी एक शौर्य ग्रन्थ की तरह है, जिसमे समय को कुछ पल के लिए रोक देने वाली घटनाओं का विवरण है.
मास्टरबेशन का कमाल
लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि लोगो को अटल बिहारी के परमाणु परिक्षण से ज्यादा इंट्रेस्ट स्वरा भास्कर को मास्टरबेट करते देखने में हैं. लोगों ने मास्टरबेट करती हुई स्वरा भास्कर के मुँह से निकलती हुई कामुक आवाज़ों के सामने परमाणु परिक्षण के धमाके की आवाज़ को अनसुना कर दिया।
आज के हॉर्नी समाज के लिए चरम सुख प्राप्त करना देश का परमाणु शक्ति बनने से ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है. परमाणु परिक्षण के दौरान निकली आग के मुकाबले साक्षी (फिल्म में स्वरा भास्कर का नाम) के शरीर की आग ज्यादा ज्वलनशील साबित हुई है.
भविष्य की नींव रखदी है स्वरा के हस्थमैथुन ने
स्वरा भास्कर पर फ़िल्माए गए मास्टरबेशन सीन को बॉलीवुड मार्गदर्शन की तरह मान रहा है, मतलब उनका कहना है कि इस सीन से फिल्म जगत में एक क्रांति आजाएगी। बॉलीवुड की माने तो मास्टरबेटिंग करती हुई ये एक्ट्रेस एक नए युग की शुरआत का कारण बनेगी। वैसे बता दे कि स्वरा भास्कर ने मुंबई में अपने शुरूआती दिनों में रेल में सफर करते वक़्त कम्पार्टमेंट में मास्टरबेट करते हुए एक व्यक्ति को मार लगायी और पुलिस के हवाले करके एक मिसाल कायम की थी. ये बात उन्होंने एक इंटरव्यू में ओपन की. वो व्यक्ति जो काम रेल में कर रहा था वही काम स्वरा भास्कर पूरी दुनिया के सामने बहुत बड़े परदे पर करके अगेन एक मिसाल कायम कर रही हैं. चिंता बिलकुल न करें कुछ दिन बाद आपके बैडरूम के टीवी स्क्रीन पर भी वो ऐसा ही करती हुई नज़र आएँगी।