नई दिल्लीः राष्ट्रीय किसान महासंघ द्वारा बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज दूसरा दिन है, जिसकी वजह से आम जनता बहुत परेशान हैं। बंद के दूसरे दिन ही दूध और सब्जियों की सप्लाई पर खासा असर पड़ा और कुछ जगहों पर इनकी कीमत में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
सब्जियों के दामों में 30% की बढ़ोतरी
दिल्ली-मुंबई में टमाटर की कीमत में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी की गई है। तो वहीं पंजाब के बठिंडा में सब्जियों के मंडी तक ना पहुंचने से 20-30 फीसदी बढ़ोतरी हो गई है। इसके साथ ही लुधियाना के किसानों ने सड़कों पर सब्जियां फेंकी और दूध भी बहाया।
ये है किसानों की मांगें
देश के 22 राज्यों में जारी इस हड़ताल में 130 संगठन शामिल हैं। आज भी कई जगहों पर प्रदर्शन के आसार हैं। किसानों की मुख्य मांग सब्जियों के न्यूनतम मूल्य, समर्थन मूल्य और न्यूनतम आय समेत कई मुद्दों को है। इसी मांग को पूरा करने के लिए किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ गांव बंद आंदोलन शुरू कर दिया है। मंडियों में सप्लाई ठप होने से सब्जियों के रेट बढ़ गए हैं। दिल्ली की गाजीपुर मंडी में सब्जियों के थोक रेट में भी भारी बढ़ोतरी हुई है।
मुंबई में टमाटर 80 रुपए
मुंबई में भी सब्जी की कीमतें बढ़ गई हैं। यहां टमाटर की कीमत 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। जबकि प्याज 20, आलू 30 और भिंडी 80 रुपए प्रति किलो मिल रही है।
किसानों का आरोप है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के बारे ये सरकार बात ही नहीं कर रही है। साल 2006 में जो सिफारिशें स्वामीनाथन आयोग ने दी थी वो 11 सितंबर 2007 को ही कांग्रेस सरकार ने स्वीकार कर ली थी।
यहां टमाटर 2 रुपए किलो
किसानों का दावा है कि मोदी ने भी किसानों के सुधार की बात कही लेकिन उसने भी इसे चुनावी जुमला कहकर छोड़ दिया। किसानों का आरोप है कि किसी को भी उनकी चिंता नहीं है, इसीलिए ये आंदोलन हो रहा है। बता दें कि राजस्थान के बूंदी में टमाटर 2 रुपए किलो बिक रहा है, जिसके चलते किसान अपनी फसल जानवरों को खिलाने और फेंकने को मजबूर हैं।