नई दिल्ली: जोधपुर की एक अदालत ने कथावाचक आसाराम को नाबालिग से बलात्कार के मामले में आज दोषी करार दिया। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अदालत के विशेष न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा ने जोधपुर सेंट्रल जेल परिसर में यह फैसला सुनाया। वहीं आसाराम पर फैसला आने के बाद पीड़िता के पिता ने खुशी जताते हुए कहा कि उन गवाहों को भी न्याय मिलेगा जिनकी हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि आसाराम को दोषी ठहराया गया है और उन्हें न्याय मिला है। रेप पीड़िता के पिता कहा कि मैं उन हर एक शख्स का धन्याबाद करता हूं जिन्होंने इस लड़ाई में मेरा साथ दिया। अब मैं आशा करता हूं कि उसे कड़ी सजा मिलेगी। मैं यह भी आशा करता हूं कि जिन गवाहों की हत्या कर दी गई या उनका अपहरण कर लिया गया, उन्हें भी न्याय मिलेगा।
हिरासत में लिया गया आसाराम का एक समर्थक
वहीं सजा सुनाने से पहले सुरक्षा के मद्देनजर जेल परिसर के आसपास निषेधाज्ञा लगाई गई। इसबीच जेल के पास पहुंचने की कोशिश कर रहे उनके एक समर्थक को हिरासत में लिया गया है। आसाराम का एक समर्थक जेल के निकट पहुंचा और उसने उनके पोस्टर पर माला डालने का प्रयास किया लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। यह पोस्टर जेल की चारदीवारी के बाहर एक कोरिडोर की दीवार पर लगा हुआ था जहां कैदियों के परिवार के सदस्य इंतजार करते हैं। कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद समर्थक वहां तक पहुंचने में सफल रहा। आसाराम सेन्ट्रल जेल में बंद हैं और उसे ओर जाने वाली दोनों सड़कों को सील कर दिया गया है केवल मीडिया र्किमयों को जेल के बाहर तक जाने की अनुमति है। कानून और व्यवस्था को खतरे की आशंका के कारण केन्द्र ने राजस्थान , गुजरात और हरियाणा सरकारों से सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बलों को तैनात करने को कहा है।