जम्मू: जम्मू और कश्मीर के कठुआ जिले में बकरवाल समुदाय की 8 साल की एक बच्ची से बर्बर बलात्कार और हत्या मामले को लेकर पुलिस ने चार्जशीट पेश की है। इस आरोप पत्र में पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड संजी राम को बताया गया है। बकरवाल समुदाय को बाहर खदेड़ने के लिए इस घिनौने अपराध के लिए अपने भतीजे और अन्य 6 लोगों को उकसाया था। वह बकरवाल समुदाय मुख्य रूप से चरवाहे का काम करता है। बताया जा रहा है कि इस मास्टरमाइंड सांजी ने, जानवरों को चराने के लिए, जमीन नहीं देने के लिए हिंदुओं को बकरवाल समुदाय के खिलाफ उकसाया था।
दोनों समुदायों के बीच तनाव की वजह
चार्जशीट में यह भी लिखा है कि तहसील में हिंदू समुदाय के बीच आम धारणआ थी कि बकरवाल गाय की हत्या और नशीले पदार्थों की तस्करी करने में लगे हैं। इससे उनके समुदाय के लोग नशे के शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं इसके परिणामस्वरूप हिंदू इसके बहाने बकरवाल समुदाय को धमकाते थे। अारोपी सजी राम दोनों के समुदाय के बीच समझौते के खिलाफ था। वह हिंदुओं से कहता था बकरवाल समुदाय को भगाने के लिए एक रणनीति तैयार करें। वहीं इलाके में दोनों समुदायों के बीच तनाव की वजह से एफआईआर के मामले तेजी से बड़े हैं। दोनों समुदाय ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराईं हैं।
यह घिनौना काम करने के लिए आरोपी मेरठ से अाया
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच की शुरुआती जांच रिपोर्ट में सामने आया बच्ची को एक मंदिर में रखा। जिसके बाद उसे एक नशीली चीज दी। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि यह घिनौना काम करने के लिए (राम) आरोपी मेरठ से अाया था। इस दौरान एक अन्य आरोपी पुलिसकर्मी ने नाबालिग की हत्या से पहले कहा कि पहले वह एक बार और उसका रेप करना चाहता है। जिसके बाद में अन्य लोगों ने फिर बच्ची का गैंगरेप किया और हत्या कर दी। बच्ची का सिर कई बार पत्थर से मारा गया। पुलिस रिपोर्ट के रेप के आरोपी राम को बचाने के लिए पुलिस को 1.5 लाख रुपए दिए गए थे।