नई दिल्लीः फेसबुक डाटा लीक मामले के बाद अब कई खामियां सामने आने लगी हैं। मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक में बड़े बदलाव की बात कही थी, जो अब कर दिए हैं।
कंपनी ने कहा है, ‘पिछले हफ्ते मार्क जकरबर्ग के स्टेटमेंट के बाद अब हम आने वाले हफ्ते में लोगों के हाथ में ज्यादा प्राइवेसी कंट्रोल देने की तैयारी कर रहे हैं।’ फेसबुक ने मोबाइल एप्प और प्राइवेसी सेटिंग्स में बदलाव किए हैं।
डेटा सेटिंग्स और टूल आसानी से ढूंढ सकेंगे
फेसबुक ने मोबाइल के सेटिंग्स मेन्यू को ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से बदल दिया है ताकि लोगों को सभी सेटिंग्स ढूंढने में आसानी हो। इससे पहले 20 स्क्रीन्स पर अलग-अलग सेटिंग्स मिलते थे लेकिन अब सभी को एक जगह लाया गया है। इतना ही नहीं फेसबुक ने कहा है कि पुराने सेटिंग्स को हटा दिया गया है ताकि यह साफ हो सके कि कौन से एप्प के साथ क्या जानकारी शेयर हो रही है और कौन सी सेटिंग्स शेयर नहीं हो रही है।
नया प्राइवेसी शॉर्टकट मेन्यू
प्राइवेसी शॉर्टकअट एक मेन्यू है जहां से आप सिर्फ कुछ स्टेप्स में ही डेटा कंट्रोल कर सकेंगे। इसमें साफ तौर पर बताया गया है कि कंट्रोल काम कैसे करता है। नई सेटिंग्स पहले से साफ, आसान और ढूंढने में आसान है।
* फेसबुक ने कहा है कि अकाउंट में सिक्योरिटी के एक्स्ट्रा लेयर ऐड कर सकते हैं जिसमें टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन शामिल है।
* फेसबुक के मुताबिक आपने जो डेटा शेयर किया है उसे डिलीट कर सकते हैं। इनमें आपकी पोस्ट से लेकर दूसरी सभी जानकारियां शामिल हैं।
* फेसबुक पर आप उन जानकारियों को मैनेज कर सकते हैं जिनके आधार पर आपको ऐड दिखाए जाते हैं। ऐड प्रेफ्रेंस ऑप्श नें जाकर आप समझ सकते हैं कि विज्ञापन काम कैसे करते हैं और आपके पास क्या ऑप्शन हैं।
* फेसबुक ने कहा है कि आप जो शेयर करते हैं वो आपकी चीज है इसलिए आप खुद इसे मैनेज कर सकते हैं कि कौन उसे देखेगा और कौन नहीं।
अब आगे क्या?
फेसबुक ने कहा है कि यह कंपनी की जिम्मेदारी है कि वो लोगों को ये बताएं कि उनका डेटा कैसे कलेक्ट किया जाता है और उसका इस्तेमाल कैसे होता है। आने वाले हफ्तों में कंपनी फेसबुक के टर्म्स ऑफ सर्विस में बदलाव करेगी। कंपनी डेटा पॉलिसी में भी बदलाव करेगी ताकि लोगों को बताया जा सके की कैसे डेटा यूज होता है। कंपनी का दावा है कि ये सभी अपडेट्स पार्दर्शिता लाने के लिए किए जा रहे हैं।