नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि वह दो साल से लगातार कह रहे हैं कि देश के समक्ष बेरोजगारी सबसे बड़ा संकट है और अब यही बात नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी अर्थशास्त्री पॉल रुग्मैन भी कह रहे हैं। गांधी ने आज ट्वीट किया नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री पॉल रुग्मैन ने हमारी उस बात पर मुहर लगाई है जो हम पिछले दो साल से कह रहे हैं। बेरोजगारी देश के समक्ष सबसे बड़ा संकट है। दुर्भाग्य से हमारे प्रधानमंत्री ऐसे हैं जो बात मानते नहीं हैं। उनके ‘अच्छे दिन’ डरावने लगते हैं। राहुल ने कहा है कि भारत में बेरोजगारी सबसे बड़ा संकट खड़ा करेगा अगर रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं। वर्ष 2008 में अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाले अर्थशास्त्री रुग्मैन ने कहा कि भारत को सिर्फ सेवा क्षेत्र में नहीं बल्कि विनिर्माण क्षेत्र पर भी ध्यान देना होगा अन्यथा बेरोजगारी उसकी अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन जाएगी।
पहले भी साधा मोदी पर निशाना
आपको बतां दे कि इससे पहले भी राहुल गांधी नोटबंदी का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि यदि वह प्रधानमंत्री होते तो वह इस पर क्या निर्णय लेते। राहुल से एक कार्यक्रम के दौरान सवाल किया गया कि वह प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी को किस तरह लागू करते इस पर उन्होंने जवाब दिया कि यदि मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी लिखी हुई फाइल देता तो मैं उसे उठाकर डस्टबिन में फेंक देता क्योंकि मुझे लगता है कि नोटबंदी के साथ ऐसा ही किए जाने की जरुरत है।