नई दिल्ली: भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीट के उपचुनाव में पिछड़ने से भाजपा को सीख लेने की सलाह देते हुए आज कहा कि इससे साफ है कि जनभावनाओं के अनुकूल काम नहीं हो रहा है इसलिए नए तरीके से काम करने की जरूरत है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि भाजपा को सोचना चाहिए जिस राज्य की जनता ने कुछ समय पहले उसे विधानसभा चुनाव में असाधारण बहुमत से सत्ता सौंपी उसी राज्य के मुख्यमंत्री के क्षेत्र में पार्टी हार रही है। उन्होंने कहा कि इन दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों से साफ हो गया है कि भाजपा को काम करने का तरीका बदलना पड़ेगा।
राउत ने इशारो-इशारों में नरेश अग्रवाल को भाजपा में सामिल करने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं मानता कि सपा-बसपा गठबंधन अपना करिश्मा दिखाया बल्कि मैं मानता हूं कि जिस दिन भगवान राम की सबसे ज्यादा निंदा करने वाले सपा नेता के लिए भाजपा में रेड कारपेट बिछा, उसी दिन प्रभु राम भी पार्टी के खिलाफ हो गए। समाजवादी पार्टी के लोकसभा सदस्य धर्मेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में जिस तरह से फर्जी मुठभेड़ों में निर्दोषों का खून बहाया और कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई हैं उससे जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि इन दोनों सीटों पर जनता का रोष सामने आ रहा है।