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धर्मशाला। रविकुमार समर्थ(85) और पवन देशपांडे(95) की शानदार पारियों के बाद कृष्णप्पा गौतम (52 रन पर चार विकेट) और रोनित मोर (64 रन पर तीन विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर कर्नाटक ने यहां भारत ए को 65 रन से शिकस्त देकर शान से देवधर ट्राफी एकदिवसीय टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनायी। विजय हजारे चैंपियन कनार्टक ने इंडिया ए को मंगलवार को 65 रन से हराकर देवधर ट्राफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया। कर्नाटक ने इस तरह से अपना विजय अभियान जारी रखा। उसने अपने पिछले मैच में भारत बी को छह रन से हराया था। भारत ए की टीम एक भी मैच नहीं जीत पायी। उसे पहले मैच में भारत बी ने आठ विकेट से पराजित किया था। फाइनल आठ मार्च को इसी मैदान पर खेला जाएगा।

कनार्टक ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में चार विकेट पर 339 रन का पहाड़ जैसा स्कोर बनाया और फिर इंडिया ए को 39.4 ओवर में 274 रन पर समेट कर 65 रन से मैच जीत लिया। कनार्टक की दो मैचों में यह लगातार दूसरी जीत रही और वह आठ अंकों के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर रहा। वहीं इंडिया बी दो मैचों में एक जीत और एक हार के साथ चार अंक लेकर दूसरे नंबर पर रही।

कनार्टक से मिले 340 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंडिया ए को पृथ्वी शा (40) और उनमुक्त चंद (81) ने पहले विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी कर मजबूत शुरुआत दी। पृथ्वी ने 34 गेंदों पर 40 रन में आठ चौके लगाए। उनमुक्त ने 70 गेंदों पर 14 चौकों की बदौलत 81 रन की सवार्िधक पारी खेली। विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन ने 62 गेंदों पर 73 रन में 10 चौके और एक छक्का लगाया। इंडिया ए की टीम एक समय चार विकेट पर 237 रन बनाकर मजबूत स्थिति में थी लेकिन उसने अपने आखिरी छह विकेट मात्र 37 रन जोड़कर गंवा दिया और उसकी पूरी टीम 274 रन पर ढेर हो गई। कप्तान अंकित बावने ने 22 और सूर्यकुमार यादव ने 12 रन का योगदान दिया।

कनार्टक के लिए गौतम ने 52 रन पर चार विकेट, मोर ने 64 रन पर तीन विकेट, श्रेयस गोपाल ने 22 रन पर दो विकेट और प्रसिद्ध कृष्णा ने 43 रन पर एक विकेट हासिल किया। इससे पहले रविकुमार समर्थ(85) और पवन देशपांडे(95) की शानदार पारियों से विजय हजारे चैंपियन कनार्टक ने 50 ओवर में चार विकेट पर 339 रन का पहाड़ जैसा स्कोर बनाया और फिर इंडिया ए को 274 रन पर ढेर कर 65 रन से मैच जीत लिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे कनार्टक के शीर्षक्रम के सभी बल्लेबाज़ों ने जमकर रन बनाये। मयंक अग्रवाल ने 22 , कप्तान करुण नायर ने 35, रविकुमार ने 85, देशपांडे ने 95, स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 37 और विकेटकीपर सीएम गौतम ने नाबाद 45 रन बनाये।

रवि और देशपांडे ने तीसरे विकेट के लिये 131 रन की जबरदस्त साझेदारी की। शानदार फार्म में खेल रहे रवि ने पिछले मैच में इंडिया बी के खिलाफ 117 रन बनाये थे। इससे पहले उन्होंने विजय हजारे ट्राफी में भी हैदराबाद के खिलाफ 125 रन की बेहतरीन पारी खेली थी। रवि ने 87 गेंदों पर 85 रन में आठ चौके लगाये। रवि का विकेट दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ कुलवंत खेजरोलिया ने लिया।

पवन देशपांडे ने ज्यादा आक्रामक अंदाज़ में खेलते हुये मात्र 87 गेंदों पर 95 रन में 10 चौके और तीन छक्के लगाये। पवन का लिस्ट ए मैचों में यह छठा अर्धशतक और सर्वाधिक स्कोर भी है। वह मात्र पांच रन से अपना पहला लिस्ट ए शतक बनाने से चूक गये। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने देशपांडे को बोल्ड किया। शमी ने इससे पहले मयंक अग्रवाल को भी आउट किया था। शमी ने हालांकि दो विकेट लिये लेकिन वह काफी महंगे साबित हुये। उन्होंने 10 ओवर में 96 रन लुटाये। मयंक ने 20 गेंदों पर 22 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया जबकि कप्तान नायर ने 57 गेंदों पर 35 रन में पांच चौके लगाये। ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने 24 गेंदों में तीन चौके और एक छक्का उड़ाते हुये नाबाद 37 रन और गौतम ने 26 गेंदों में दो चौके और चार छक्के ठोकते हुये नाबाद 49 रन बनाकर कनार्टक को 339 तक पहुंचा दिया।