नई दिल्लीः कई राजनेता भले ही सुर्खियों में ज्यादा रहते हो लेकिन संसद में उनकी सक्रियता उम्मीद से काफी कम रहती है। देश के सांसदों-विधायकों पर नजर रखने वाली संस्था पीआरएस ने कुछ आकड़े पेश किए हैं जिनके मुताबिक कई सासंदों की संसद में उपस्थिति का राष्ट्रीय औसत 80 प्रतिशत और बहस में हिस्सा लेने का 57.5 और सवाल पूछने की सक्रियता केवल 231 प्रति सांसद रहा। हालांकि आकड़ों के मुताबिक सोनिया गांधी संसद में काफी सक्रिय रहीं। संसद में उनकी अटेंडेंस 71% रही। वहीं इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फिसड्डी साबित हुए। 47 वर्षीय राहुल गांधी की संसद में 54 प्रतिशत उपस्थिति रही। इतना ही नहीं उन्होंने अब तक सिर्फ 11 बहसों में ही हिस्सा लिया।
राहुल ने चार सालों में एक भी सवाल नहीं पूछा। हालांकि देश के हर सांसद पर औसतन 231 सवाल का आंकड़ा बैठता है। राहुल ने आजतक एक भी गैर सरकारी विधेयक भी पेश नहीं किया। राहुल के अलावा सपा सांसद और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी इस मामले में पीछे नहीं हैं। डिंपल ने चार सालों में बस दो डिबेट में हिस्सा लिया जबकि उन्होंने भी आज तक एक सवाल नहीं पूछा। मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी की संसद में मौजूदगी महज 40 प्रतिशत रही। हालांकि उन्होंने 16 बहसों में हिस्सा लिया और 188 सवाल पूछे। सवाल पूछने में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है।