नई दिल्लीः कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच आज हैदराबाद हाऊस में मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने एक-दूसरे से गर्मजोशी से हाथ मिलाया। हैदराबाद हाऊस में द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों ने सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, युवा और खेल, उद्योग तथा वाणिज्य, उच्च शिक्षा और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। वार्ता के बाद दोनों देश के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ट्रूडो का दौरा बहुत समय से प्रतिक्षित था। हमें प्रसन्नता है कि वे अपनी पत्नी और अपने बच्चों के साथ भारत आए हैं। हमें यह भी खुशी है कि हमारी आज की मुलाकात से पहले ट्रूडो ने भारत के विभिन्न शहरों का दौरा किया।
मोदी-ट्रूडो ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस Highlights
-कनाडाई प्रधानमंत्री आतंकवाद और उग्रवाद से मिलकर लड़ने के लिए सहमत हुए हैं।
-राजनैतिक स्वार्थ तथा अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए धर्म का दुरुपयोग करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
-हमारे देशों की एकता, अखंडता और संप्रभुता को चुनौती देने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
-बैठक में दोनों देश सुरक्षा सहयोग को सुदृढ़ करने पर सहमत हुए।
-आतंकवाद और उग्रवाद भारत और कनाडा जैसे लोकतांत्रिक, बहुलवादी समाजों के लिए खतरा हैं। इन ताकतों का मुकाबला करने के लिए हमारा साथ आना महत्वपूर्ण है।
-भारत कनाडा के साथ रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाने को बहुत अधिक महत्व देता है। दोनों देशों के संबंध लोकतंत्र, बहुलवाद, कानून की सर्वोच्चता और आपसी संपर्क पर आधारित है।
-भारत कनाडा स्थित भारतीय समुदाय के साथ मित्रता को आगे बढाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारत की प्रगति में उनकी सक्रिय भागीदारी चाहते हैं।
-भारत-कनाडा की साझेदारी साझा मूल्यों पर आधारित है।
-दोनों देशों के बीच अधिक मजबूत साझेदारी और हमारे दोनों देशों के उज्ज्वल भविष्य की आशा है।
-कनाडा ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी शक्ति है और हमारी बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकता है। इसे देखते हुए दोनों देशों ने इस क्षेत्र में बातचीत को बढ़ाने और ऊर्जा साझेदारी के भविष्य की रूप-रेखा तैयार करने का निर्णय लिया है।
-दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी के लिए एक संस्थागत ढांचे की व्यवस्था आवश्यक है। इस संदर्भ में द्विपक्षीय निवेश और प्रोमोश्नल एग्रीमेंट तथा इकोनोमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने के लिए हमने वार्ताकारों को प्रयासों को दोगुना करने का निर्देश दिया है।
इससे पहले मोदी और ट्रूडो की मौजूदगी में दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा , युवा और खेल, उद्योग तथा वाणिज्य, उच्च शिक्षा और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।