कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर शिकंजा कसने के बाद सीबीआई और ईडी की टीम कुछ अन्य बैंक अधिकारियों पर भी शिकंजा कसने के लिए उनसे पूछताछ कर सकती है। सूत्रों की मानें तो जल्द ही इन बैंक अधिकारियों को सीबीआई एवं ईडी की टीम पूछताछ करने के लिए बुला सकती है। इस मामले में बैंक अधिकारियों के फंसने की मुख्य वजह यह भी मानी जा रही है कि बैंक अॉफ बड़ौदा की तहरीर पर सीबीआई ने अज्ञात बैंक अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज किया है। ऐसे में सीबीआई का शिकंजा बड़े बैंक अधिकारियों पर भी कसेगा।
बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैंक आफ बड़ौदा की ओर से दर्ज इस मुकदमे में बैंक अधिकारियों को भी शामिल किया गया है लेकिन अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि किस- किस बैंक अधिकारी को बैंक ऑफ बड़ौदा ने आरोपी बनाया है। सूत्रों की मानें तो इनमें वही अधिकारी शामिल है जिन्होंने विक्रम कोठारी को लोन दिया था या फिर लोन दिलाने में मदद की थी।
सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के दौरान विक्रम कोठारी से पूछताछ और जब्त दस्तावेज की फौरी जांच के बाद सीबीआई को ऋण से जुड़े मामले में अहम सुराग हाथ लगे हैं। इनके आधार पर सीबीआई के हत्थे कुछ बड़े बैंक अधिकारी भी चढ़ सकते हैं। माना जा रहा है कि सीबीआई अब बैंक अधिकारियों से पूछताछ शुरू करेगी।
गौरतलब है कि रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी के आवास, ऑफिस, फार्म हाउस पर सीबीआई एवं ईडी की संयुक्त टीम 2 दिनों तक जांच पड़ताल कर मगलवार देर रात कोठारी और उसके बेटे राहुल को दिल्ली ले गई। विक्रम कोठारी के साथ उनके मामले से जुड़े कई जब्त दस्तावेज भी अपने साथ ले गई। डिप्टी डायरेक्टर पी के श्रीवास्तव की अगुवाई में सीबीआई की टीम और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने पिछले 2 दिनों में कोठारी के तिलक नगर स्थित आवास सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की और उसके ठिकानों पर फिर दस्तावेज खंगाले और पूछताछ की। एक टीम अभी भी यहां उसकी पत्नी साधना कोठारी से पूछताछ कर रही है। उनकी पत्नी से कुछ तथ्य जुटाने के लिए संबंधित बैंकों पर ले जाएगी।