मुंबई। अक्सर फाइनल में जाकर खिताब से चूक जाने वाली भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने कहा है कि वह तोक्यो ओलंपिक 2020 में अपने ओलंपिक पदक का रंग बदलकर रजत से स्वर्ण करना चाहती हैं। एक अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली हैदराबाद की इस बैडमिंटन खिलाड़ी ने कहा है कि मैं (पदक का रंग) रजत को स्वर्ण में बदलना चाहती हूं मेरा यह सपना है और मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं इसे पूरा करने में सफल रहूंगी।
अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ विश्व रैंकिंग दो हासिल करने वाली सिंधू को यहां एक टायर कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया जो पिछले साल ओलंपिक मूवमेंट से जुड़ी थी। ब्रिजस्टोन ने मंगलवार को अपने वैश्विक ब्रांड एंबेसडर में चार अन्य भारतीय खिलाड़ियों को भी जोड़ा। इनमें शटलर किदाम्बी श्रीकांत, लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मेरीकोम, रियो खेलों की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक और स्टीपलचेज की एथलीट ललिता बाबर शामिल हैं।
श्रीकांत ने भी कहा कि वह तोक्यो ओलंपिक में पदक जीतना चाहते हैं। रियो में वह क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाये थे। विश्व रैकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज श्रीकांत ने कहा, ”मेरा 2016 ओलंपिक का क्वार्टर फाइनल मैच काफी करीबी था, इसलिए अब मैं परिदृश्य बदलना चाहता हूं और टूर्नामेंट में आगे बढ़ना चाहता हूं। मैं फाइनल में पहुंचकर पदक जीतना चाहता हूं। यह मेरा सपना है और इसे पूरा करने के लिये मैं अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करूंगा।
साक्षी ने भी कहा कि वह अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहती है।
उन्होंने कहा, ”मेरे भार वर्ग में जापान की मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं। मेरा सपना जापानी प्रतिद्वंद्वी को हराकर स्वर्ण पदक जीतना है। जब मैंने पहलवानी शुरू की थी तो मुझे बताया गया था कि जापानी पहलवान काफी मजबूत होती हैं। साक्षी ने कहा, ”रियो में हम एक साथ पोडियम पर थे और मेरा सपना अब उसे (काओरी इचो) को हराकर अपने देश के लिये स्वर्ण पदक जीतना है।