मनचाहे कार्य की सिद्धि के लिए मंगलवार अथवा शनिवार को घर के एकांत में ये विलक्षण प्रयोग किया जा सकता है। घर में एकांत वातावरण की व्यवस्था न हो पाए तो किसी निर्जन स्थान पर बने हनुमान मन्दिर में ये प्रयोग करें। शुद्ध स्थान और शान्त वातावरण एकाग्रता में वृद्धि करता है। हनुमान जी का चित्रपट अथवा श्रीस्वरूप अपने सामने रखें। अब ऊनी अथवा कुशासन पर बैठ जाएं। सर्वप्रथम गूगल की धूप रमाएं, इससे आस-पास जितनी भी नकारात्मक शक्तियां, भूत-प्रेत का प्रकोप होगा वह शांत हो जाएगा। अब बजरंग बाण का पाठ करें।
वैसे तो यह पाठ प्रतिदिन एकाग्रचीत होकर करना चाहिए। संभव न हो तो अपने जीवन का नियम बना लें मंगलवार अथवा शनिवार को ये विलक्षण प्रयोग करना ही करना है। कहते हैं जिस भी घर में बजरंग बाण का नियमित पाठ किया जाता है वहां दुर्भाग्य, दरिद्रता और शारीरिक कष्ट प्रवेश नहीं कर पाते। पाठ धारी व्यक्ति में इतनी शक्तियां आ जाती हैं की उसके दुश्मन उसे छू भी नहीं पाते।
ज्योतिष विद्वान कहते हैं कि बजरंग बाण का पाठ हनुमान जी की कृपा और सभी परेशानियों से छुटकारा पाने का एक अचूक उपाय है। इस पाठ को करने वाले भक्त को सभी सुख मिलते हैं और धन की प्राप्ति होती है। ऐसे लोगों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती और उनकी किस्मत का सितारा चमक जाता है। किसी भी प्रकार के अनिष्ट ग्रहों के प्रकोप से कोई ग्रस्त हो तो हनुमान जी की शरण में आने से सभी ग्रहों का क्रूर प्रभाव स्वत: ही दूर हो जाता है। हनुमंत उपासना अगर भक्ति, श्रद्धा, समर्पण एवं संलग्नता से की जाए तो उनकी कृपा अवश्य प्राप्त होती है।