कानपुर : आयकर अधिकारी अभी तक बंद हो चुके नोटों के मामले में पकड़े गए किसी भी आरोपी से बात नहीं कर सके हैं। यह पूरा नेटवर्क किस तरह काम करता था, यह जानने के लिए उन्हें बिल्डर आनंद खत्री व पकडे़ गए अन्य सभी लोगों से अलग-अलग बात करनी है।
बंद हो चुके नोटों की देश की सबसे बड़ी बरामदगी के बाद आयकर विभाग यह भी जानना चाहता है कि आखिर कैसे इन लोगों की पूरी चेन काम करती थी। ये लोग रुपये कहां से लाते थे और अंत मे इन्हें कहां खपाया जाता था।
यह जानकारी तमाम बड़े-बड़े लोगों को फंसा सकती है। अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए जरूरत पड़ी तो अनुमति लेकर इन सभी लोगों से जेल में बात की जाएगी। इसके साथ ही आनंद के अलावा बाकी सभी लोगों के बारे में अधिकारियों ने जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।