मास्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईसाइयों का प्रमुख त्यौहार एपिफनी मनाया। बुधवार को पुतिन ने झील के बर्फीले पानी में नंगे बदन डुबकी लगाकर परम्परा निभाई। गौरतलब है कि एपिफनी को प्रभु प्रकाश भी कहते हैं। ईसाइयों का त्यौहार लगभग 200 ई. से मनाया जा रहा है।
रूस के एक टी.वी. चैनल के मुताबिक पुतिन ने सेलेगर झील के बर्फीले पानी में डुबकी लगाई, यह झील मास्को से करीब 400 कि.मी. (250 मील) उत्तर की दिशा में है। उन्होंने भेड़ की चमड़ी वाला कोट और बूट पहले उतारे और पानी में सिर डुबाकर परंपरा निभाई। पुतिन ने शून्य से छह डिग्री नीचे तापमान में डुबकी लगाई। हर साल पर्व के दौरान रूढि़वादी ईसाई जॉर्डन नदी में यीशू मसीह के बपतिस्मा को मनाने के लिए डुबकी लगाते हैं।