मुंबई, सुप्रीम कोर्ट से ‘पद्मावत’ की रिलीज की मंजूरी के बाद भी फिल्म की टीम आशंकित है कि फिल्म तय समय पर रिलीज हो पाएगी या नहीं। अभी तक करणी सेना अपने रवैये पर कायम बताई जा रही है। साथ ही फिल्म को प्रतिबंधित करने वाले राज्यों का रवैया भी बदलता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में अभी ये नहीं कहा जा सकता कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने पद्मावत का रास्ता साफ कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर निर्माता कंपनी वायकाम 18 की ओर से कोई अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कंपनी के एक अधिकारी ने निजी बातचीत में कहा कि इस फैसले से हौसला और न्याय व्यवस्था में भरोसा बढ़ा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार राज्य सरकारें सिनेमाघरों को पर्याप्त सुरक्षा देंगी। वहीं, सिनेमाघर मालिक भी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो पा रहे हैं।
मुंबई में जी 7 कांप्लेक्स के मनोज देसाई का कहना है, ‘हम इस फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन हमारा मुद्दा यह है कि क्या करणी सेना अपने कदम वापस लेगी। हमारे लिए असली चुनौती करणी सेना की धमकी है, जो हिंसा कर सकती है। हम इस मामले में तभी आगे बढ़ सकते हैं, जब करणी सेना अपनी धमकी वापस ले।’ उनका कहा कि आगामी 24 घंटे पद्मावत को लेकर सबसे ज्यादा अहम होने वाले हैं। इस दौरान अगर करणी सेना का रवैया बदल जाता है, तो फिर फिल्म रिलीज करने में कोई समस्या नहीं होगी।