हल्द्वानी, जब भी हमारे कानों में बैंक शब्द पड़ता है, तो हमारे जेहन में पैसों के लेनदेन की बात उभरने लगती है. आपकी ये सोच उत्तराखंड के हल्द्वानी में स्थित एक खास बैंक बदल देगा. इस बैंक में भी लेनदेन होता है लेकिन पैसों का नहीं खुशियों का. इसलिए इसे खुशियों का बैंक नाम दिया गया है.
हल्द्वानी स्थित इस बैंक की शुरुआत प्रवीण भट्ट नाम के शख्स ने की. इस बैंक में कोई भी आम व्यक्ति अपने घर में पड़े ऐसे सामान को दान कर सकता है, जो अब उसके काम का नहीं है. इसमें कपड़े, जूते, चप्प्ल, खिलौने समेत हर सामान शामिल है.
एक तरफ आम लोग अपने घर में पड़े फालतू सामान को यहां जमा करते हैं, तो दूसरी तरफ इनका इस्तेमाल जरूरतमंद लोग करते हैं. दरअसल यहां आम लोगों द्वारा जमा किए गए सामान को गरीब तबके के लोगों में बांट दिया जाता है. जरूरतमंद लोग यहां पहुंचकर अपनी जरूरत की चीज ले जाते हैं और इस्तेमाल करते हैं.
प्रवीण के मुताबिक उन्होंने इस बैंक की शुरुआत तब ही कर दी थी, जब वह पढ़ाई कर रहे थे. उन्होंने बताया कि वह गरीब बच्चों की शिक्षा की खातिर भी काम करते हैं. प्रवीण के मुताबिक अब तक लगभग 12 हजार लोग इस मुहिम का फायदा उठा चुके हैं.
इस काम में आम लोग भी उनकी खूब मदद कर रहे हैं. आए दिन लोग अपने घर में पड़े गैरजरूरी सामान को यहां छोड़ जाते हैं, ताकि वह किसी के काम आ सके.
प्रवीण ने बताया कि यहां से अपनी जरूरत का सामान ले जाने वालों से किसी भी तरह का चार्ज नहीं लिया जाता है. इससे न सिर्फ लोग देने के लिए प्रोत्साहित होते हैं, बल्कि जरूरतमंद भी बेझिझक यहां आते हैं और बिना किसी चिंता के अपनी जरूरत का सामान ले जाते हैं.