कानपुर : नानाराव पेशवा स्मारक बिठूर में 20 से 24 दिसंबर तक बिठूर गंगा महोत्सव का आयोजन होगा। इसमें विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। गायिका अनुराधा पौडवाल 21 दिसंबर को अपने भजनों के जरिये भक्ति की गंगा बहाएंगी। वाराणसी के पुजारी रोज महाआरती करेंगे।
सात साल बाद हो रहे इस महोत्सव की थीम 1857 की क्रांति, शौर्य व गंगा तटीय संस्कृति होगी। विविध प्रांतों के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। पांच दिवसीय महोत्सव में लोक संस्कृति से जुड़ी नृत्य नाटिका, शिल्प हाट, कृषि प्रदर्शनी, विंटेज कार रैली एवं फूड मेला का भी आयोजन होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महोत्सव का शुभारंभ कर सकते हैं। पहले दिन शेखर सेन द्वारा कबीर दास के जीवन पर आधारित एकल नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी। 22 दिसंबर को जवाबी कव्वाली होगी। 23 को भारतीय फिल्म संगीत के सफर से लोग रूबरू होंगे। अंतिम दिन 24 दिसंबर को ख्याति प्राप्त शिवमणि और बिक्रम घोष ड्रम और तबला पर जुगलबंदी करेंगे। महोत्सव की तैयारियों को लेकर मंडलायुक्त पीके महान्ति ने मंगलवार को शिविर कार्यालय में बैठक की। उन्होंने महोत्सव के सचिव नीरज श्रीवास्तव से कहा कि महोत्सव को राष्ट्रीय कैलेंडर में शामिल करने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजवाएं। पंडाल बनवाने की व्यवस्था एसडीएम सदर करेंगे। विकास प्रदर्शनी का आयोजन कराने की जिम्मेदारी सीडीओ की होगी। एडीएम वित्त एवं राजस्व संजय चौहान और नीरज अफसरों में समन्वय का कार्य करेंगे। बिठूर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से कहा कि वह घाटों और नगर की सफाई कराएं। डीएम सुरेंद्र सिंह ने कहा कि बिठूर महोत्सव को गंगा स्वच्छता मिशन से जोड़ दिया जाए तो अच्छा होगा। आइजी अलोक सिंह, एसएसपी अखिलेश कुमार मीणा, केडीए उपाध्यक्ष के. विजयेंद्र पाण्डियन, सीडीओ अरुण कुमार, नगर आयुक्त अविनाश सिंह उपस्थित रहे।
कब- कब क्या होगा
-20 से 24 दिसंबर तक 1857 क्रांति की यात्रा पर प्रदर्शनी।
-प्रतिदिन शिल्प मेला, गंगा मैया की आरती का आयोजन।
– 20 दिसंबर को प्रसिद्ध कलाकार शेखर सेन द्वारा एकल नाट्य प्रस्तुति।
– 21 दिसंबर को उत्तर मध्य सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद द्वारा लोक कला गदका व पंजाब के मार्शल आर्ट का प्रदर्शन।
– 21 दिसंबर को अनुराधा पौडवाल की भजन प्रस्तुति।
– 22 दिसंबर को स्वराज संस्थान भोपाल द्वारा क्रांतिकारियों पर आधारित नाटक वीर वीरांगना की प्रस्तुति।
-23 दिसंबर को उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद द्वारा गोटीपुआ मार्शल आर्ट की प्रस्तुति।
-23 दिसंबर को हरिहरन एवं अन्य कलाकारों द्वारा संगीत की प्रस्तुति।
– 24 दिसंबर को उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक इलाहबाद द्वारा लोककला पाई डंडा एवं इसके बाद जुगलबंदी वीर गंगा तबला एवं ड्रम की प्रस्तुति की जाएगी।
1992 में शुरू हुआ महोत्सव
1992 में पर्यटन विभाग के तत्कालीन प्रबंध निदेशक अमल कुमार शर्मा और समग्र विकास समिति समन्वयक नीरज श्रीवास्तव की पहल पर बिठूर महोत्सव शुरू हुआ था। 2007 तक निरंतर महोत्सव आयोजित किया गया। इस दौरान फिल्म अभिनेत्री हेमामालिनी, मीनाक्षी शेषाद्री, अमजद अली खान जैसे तमाम कलाकारों ने यहां प्रस्तुति दी। आखिरी बार 2010 में आयोजन हुआ था।