पौष माह की अमावस्या का बहुत ही खास महत्व होता है। इस महीने में सूर्य धनु राशि में होते हैं जिसके कारण यह महीना अच्छा माना जाता है। पौष अमावस्या के दिन स्नान और दान आदि करने का विशेष महत्व माना जाता है। इस बार 18 दिसंबर, सोमवार को सोमवती अमावस्या पड़ रही है। इससे पहले 2005 में सोमवती अमावस्या थी।
18 दिसंबर 2017 में सोमवार के दिन पौष अमावस्या की तिथि 12 साल के बाद पड़ रही है। इससे पहले 2005 में 10 जनवरी को सोमवार के दिन पौष मास में सोमवती अमावस्या थी। 2017 में पौष सोमवती अमावस्या का संयोग बहुत ही शुभ फलदायी है।
पौष माह के आने वाली सोमवती अमावस्या को इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। माना जा रहा है इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके पूजा पाठ करने से विशेष पुण्य मिलता है। साथ ही इस योग के कारण पूजा का महत्व भी बढ़ जाता है।
जिन लोगों की कुंडली में विष योग, काल सर्प दोष, अमावस्या दोष है, वो लोग इस दिन अपने दोष का निवारण कर सकते हैं। वैस पितरों को शांत करने के लिए भी ये खास योग है। सोमवती अमावस्या पर सूर्य देव को तांबे के बर्तन में लाल चंदन, गंगा जल मिलाकर ओ पितृभ्य नमः का बीज मंत्र पढ़ते तीन बार अर्घ्य दें।