जकार्ता। इंडोनेशिया में छह साल पहले सेल्फी लेने वाला बंदर फिर चर्चा में आ गया है। एक पशु अधिकार समूह ने उसे ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के लिए नामित किया है।नरुटो नाम के मकाऊ प्रजाति के इस बंदर द्वारा ली गई सेल्फी के कॉपीराइट को लेकर उपजा विवाद कोर्ट तक भी पहुंचा था।
पशु अधिकार संगठन पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल्स (पेटा) ने बुधवार को कहा कि ‘नरुटो’ को यह मान्यता देने के लिए नामित किया जा रहा है कि वह कोई चीज नहीं बल्कि हस्ती है। ज्ञात हो कि 2011 में ब्रिटिश वन्यजीव फोटोग्राफर डेविड जे स्लाटर के कैमरे का बटन दबाकर इस बंदर ने एक सेल्फी ली थी।
स्लाटर ने यह सेल्फी अपनी कंपनी वाइल्ड लाइफ पर्सनेलटीज के कलेक्शन में छाप दी और इसके बाद कॉपीराइट का दावा किया था। इसे चुनौती देने के लिए पेटा ने कोर्ट में मुकदमा दायर कर नरुटो को सेल्फी का मालिकाना हक देने की मांग की थी।
पिछले साल जनवरी में सैन फ्रांसिस्को के फेडरल कोर्ट ने बंदर को सेल्फी का मालिकाना हक देने से इन्कार कर दिया था। पेटा ने इसे ऊपरी अदालत में चुनौती दी। हालांकि इस मामले में कोर्ट का फैसला आने से पहले ही समझौता कर लिया गया था।स्लाटर इस बात पर सहमत हुए कि सेल्फी से होने वाली आमदनी का 25 फीसद हिस्सा इंडोनेशिया में इस प्रजाति के बंदरों के संरक्षण के लिए दान करेंगे।