नई दिल्ली : दुनिया में प्यार से सम्बंधित एक शब्द काफी मशहूर है और वो है ”लव जेहाद” याद आया ,कई बार ये शब्द सुना होगा आपने कि एक प्रेमी जोड़े को मिली लव जेहाद की सजा या फिर लव जेहाद का नामोनिशान मिट जाना चाहिए अथवा इसको करने वाले को ही मिट जाना चाहिए। ये जो लव जेहाद हैं ना सिर्फ दो शब्दों के जोड़ से ही मिलकर बना है मगर इस छोटे से शब्द ने दो विपरीत धर्मों (हिन्दू और मुसलमान ) को साथ जोड़े रखा मगर गलत वजह और खतरनाक मकसद से ही।
लव जेहाद पर मुस्लिम विरोधी बंट रही हैं किताबें
अभी हाल ही में राजस्थान में ”लव जेहाद ” जैसे संगीन मुद्दे को उठाते हुए जयपुर में एक आध्यत्मिक सम्मेलन चलाया जा रहा है। जहां पर कई पूरे प्रदेश के निजी तथा सरकारी स्कूल-कॉलेज का जाना अनिवार्य हो गया है। ख़बरों के अनुसार इस सम्मेलन में खासकर किसी धर्म(मुस्लिम ) विरोधी किताबे बाटीं जा रही हैं।राजस्थान सरकार की निगरानी में आयोजित इस मेले में मुस्लिम विरोधी और लव जेहाद के लिए मुसलमानों को कसूरवार ठहराते हुए उनके खिलाफ कई ऐसी बातें इन किताबों में लिखी है जिनसे सांप्रदायिक दंगे तक भड़क सकते हैं।
करीना कपूर का दिया जा रहा है उदाहरण
किताबों ने साफ़ रूप से बताया गया है कि लव जेहाद के अंतर्गत किस तरह से मुसलमान लड़के हिन्दू लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाते हैं और उनका शोषण करने के बाद उन्हें धोखा देते हैं। अपनी इस बात को समझाने के लिए किताब में करीना कपूर का भी इस्तेमाल किया गया है जो पूरी तरह से अनुचित है।
स्कूल-कॉलेज को मेले में जाना है अनिवार्य
सूत्रों के अनुसार मुस्लिम विरोधी ये सम्मेलन विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के नेतृत्व में आयोजित किया गया है। इन संगठनों ने सभी स्कूल-कॉलेज को इस मेले में हाज़िरी लगाना अनिवार्य बताया है। मगर भगवान ही जाने जिस तरह से इस मेले में मुस्लिम विरोधी तथ्य खुलेआम सामने आ रहे हैं उसकी वजह से कहीं राजस्थान में भी गुजरात जैसा मंजर ना देखने को मिल जाए।प्रदेश सरकार ने भी सभी इस मेले में जाने के लिए सभी संस्थानों तथा स्कूल-कॉलेज को आदेश दे दिया है। इस बात की जानकारी देते हुए खुद असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (ADEO) दीपक शुक्ला का कहना है कि विद्यार्थियों को मेले में जाने के निर्देश शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने दिए थे और प्रदेश की सरकारी और निजी स्कूलों को इसमें जाने के लिए कहा गया है।
लव जेहाद के लिए देते हैं पैसे
आपको बता दें कि इन किताबों में साफ़ तरह से लव जेहाद के लिए मुसलमान लड़कों को दोषी ठहराते हुए कई ऐसी बातें लिखी हैं जिनसे आपसी सौहार्द का माहौल काफी बिगड़ सकता है। इस किताब में तो यहाँ तक कहा गया है कि ”लव जेहाद के लिए मुसलमान लड़के हिन्दू लड़कियों के घर मेलजोल बढ़ाते हैं अगर बात नहीं बनती हैं तो वो पैसे तक देकर उन्हें राज़ी करवा लेते हैं। ”
मुस्लिम लड़के फंसाते हैं हिन्दू लड़कियों को प्रेम-जाल में
लव जेहाद में फंसाने के लिए मुस्लिम गुंडे किस तरह से जाल बिछाते हैं और हिन्दू लड़कियों को फंसाते हैं। उनको मोटर-बाइक में घुमाते हैं। उन्हें प्यार के ढोंग में इधर-उधर छूने का प्रयास करते हैं और हिन्दू लड़कियों का भरोसा जीतकर वो उनकी इज़्ज़त तक लूटने से बाज नहीं आते हैं।
अभिभावकों को मिली सलाह , लड़कियों पर रखें सख्त नजर
इन किताबों में हिन्दू अभिभावकों को ये सलाह दी गयी है कि किस तरह से वो अपनी बेटियों की हर हरकत पर निगरानी रखें ,उनका मोबाइल चेक करें और उन्हें किसी भी अनजान शख्स से मिलने पर खासकर मुस्लिम लड़कों से मिलने पर सख्त पाबंदी लगाएं।
कहीं राजस्थान में भी ना दिख जाए गुजरात दंगे जैसा मंजर
जानकारों का मानना है कि जिस तरह से जयपुर मेले में ऐसी किताबें खुलेआम बांटी जा रही हैं उसे अगर किसी भी धर्म( हिन्दू या मुसलमान ) का लड़का या लड़की पढ़ ले तो वो बिलकुल गलत विचारधारा के पक्षधर हो जाएंगे। जानकारों को ये भी डर सता रहा है कि जिस तरह से इन किताबों में खुलेआम मुस्लिम वर्ग की धज्जियां उड़ाई गयीं हैं उससे कहीं राजस्थान में गुजरात जैसा माहौल ना हो जाए।