नई दिल्ली : ज़िन्दगी में संगीत ना हो तो ज़िंदगी की कल्पना करना भी मुश्किल हो जाएगा। संगीत एक ऐसी चीज है जो इंसान के हर एक इमोशंस में काम आता है। लोगों में नयी ऊर्जा भर दे वो होता है संगीत, ज़िन्दगी में हारे हुए इंसान में भी जीत का हौसला भर दे वो है संगीत और तो और मुर्दे में भी जान भर दे वो है संगीत। अगर हम कहे कि यही संगीत आपकी जान भी ले सकता है तो आपको यकीन होगा,अरे बिलकुल नहीं होगा मगर ये बात बिलकुल सच है। आज हम आपको कुछ ऐसे सांग्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हे सुनने की गलती आप गलती से भी ना करियेगा। अगर आपने करने की भूल कर दी तो यकीन मानिये आपकी ज़िन्दगी खतरे में पड़ सकती है।
‘ग्लूमी सन्डे’ सांग बना है मनहूस
”ग्लूमी संडे” नाम के इस सांग को कई देशों में बैन तक कर दिया है। इस सांग के बारे में प्रचलित है कि जो भी शख्स इस सांग को सुनता है वो उस पर एक अपनी जान देने का पागलपन छा जाता है और ये तभी शांत होता है जब वो शख्स अपनी जान दे देता है। इस सांग को सुसाइड सांग डिक्लेअर कर दिया गया है और कई देशों में इस सांग को सुनने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
मृत प्रेमिका की याद में बना था गाना
”ग्लूमी संडे” नामक इस सांग को साल 1933 में हंगरी के फेमस संगीतकार रेज़सो सेरेस ने बनाया था। इस सांग में एक लव स्टोरी दिखाई गयी है जिसमें प्रेमी के मरने के बाद प्रेमिका भी उसको पाने की ख्वाहिश लिए मरना चाहती है। इस सांग में एक अलग सी कशिश और दिल को छू लेने वाला दर्द झलकता है। इस सांग का संगीत और स्टोरी सुनने वाले पर कुछ ऐसा असर करती है कि उस शख्स का खुद पर कण्ट्रोल ही नहीं रहता है और वो बेहताशा होकर अपनी जान देने की कोशिश करता है। बताया जाता है कि असल में ये सांग रेज़ेस ने अपनी मृत प्रेमिका के लिए ही लिखा था जिसकी मौत की वजह वो खुद को ही मानते थे।
सुसाइड नोट में लिखा था सिर्फ ‘ग्लूमी सन्डे’
बता दें कि रेज़ेस सेरेस एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे जिसकी वजह से उन्होंने बचपन से ही काफी आर्थिक परेशानियों का सामना किया था। बचपन से ही दुःख झेलते हुए भी उन्होंने खुद को एक नकारात्मक इंसान बना लिया था। जवानी की देहलीज पर कदम रखते ही उन्हें एक लड़की को इनसे प्यार हो गया था मगर रेज़ेस सिर्फ संगीत से ही प्यार करते थे। उनकी प्रेमिका चाहती थी कि रेज़ेस संगीत छोड़कर अपनी लाइफ में सेटल होने पर फोकस करे मगर रेज़ेस को एक अलग ही धुन सवार थी। लड़ाइयां बढ़ने लगी और एक दिन उनकी प्रेमिका ने हार कर उन्हें छोड़ दिया। मगर रेज़ेस से जुदाई का दर्द वो नहीं सह पायी और कुछ समय बाद उनकी प्रेमिका ने एक सुसाइड लेटर लिखकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड लेटर में सिर्फ इतना ही लिखा था ‘ग्लूमी संडे’
जो भी सुनता है ,जान देने के लिए पागल हो जाता है
अपनी प्रेमिका की मौत ने रेज़ेस को सदमे में ला दिया। इसके बाद ही रेज़ेस ने अपनी प्रेमिका डेडिकेट करता हुआ ये सांग बना दिया। इस सांग ने रिलीज़ होते ही तहलका मचा दिया। हश्र ये हुआ है कि अब तक इस सांग को सुनने के बाद लगभग 100 से भी ज्यादा लोग आत्महत्या कर चुके हैं और इस गाने को पूरी तरह से मनहूस घोषित कर दिया गया है। ब्रिटेन और हंगरी में इस गाने को सुनकर कई लोगों ने सुसाइड कर लिया। हंगरी में एक लड़की ने गाना सुनते-सुनते छत से कूद के जान दे दी। दूसरे हादसे में एक महिला ने गाना सुनते-सुनते ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद वहां की सरकार ने इस सांग पर बैन लगा दिया था।
खुद संगीतकार भी कर चुका है आत्महत्या
इसके बाद साल 1968 में एक ऐसी खबर आयी जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। इस गाने के संगीतकार रेज़ेस ने खुद बिल्डिंग से कूद कर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद इस गाने को मनहूस मानते हुए इसे बैन कर दिया गया था। मगर सबसे हैरानी वाली बात ये है कि इस गाने पर से बैन अब हट गया है।