कानपुर: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े शहर कानपुर में मुहर्रम के जुलूस को लेकर बवाल हुआ है. रूट बदलने की वजह से हुए विवाद के बाद आगजनी और फायरिंग की घटनाएं घटी हैं. प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजे हैं.
मुहर्रम के जुलूस को लेकर ये बवाल कानपुर के जूही और कल्याणपुर थानाक्षेत्र में हुआ.
वारदात और मौके की संगीनी को देखते हुए प्रशासन बेहद चौकन्ना है और त्वरित फैसले किए गए हैं. हालात पर काबू पाने के लिए डीजीपी मुख्यालय से अतिरिक्त फ़ोर्स भेजी गई. इसके तहत पीएसी और आरआरएफ की एक-एक कंपनी कानपुर भेजी गई है.
ताजिया के जुलूस के दौरान एक पक्ष को कथित तौर पर जो रूट अलॉट किया गया था, उसपर न जाकर दूसरे रूट पर जाने से दूसरे पक्ष के लोगों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद हिंसा और आगजनी हुई. फिलहाल हालात तनावपूर्ण हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जूही थाना क्षेत्र के परमपुरवा इलाके में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी डा. हाशिम के दवाखाने के पास स्थित मस्जिद से ताजिया का जुलूस उठा। जुलूस तय रूट के मुताबिक झण्डा चौराहा तक जाना था। लेकि कुछ शरारती तत्वों ने बिना रूट के ताजिया इसके आगे निकालने लगे। जिस पर दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध कर दिया और मौजूद प्रशासन भी बताया गया कि इस रूट पर कभी ताजिया नहीं निकली और न ही प्रशासन ने अनुमति दी है।
प्रशासन के अधिकारी अभी बातचीत से मामले को हल कराने की कोशिश कर ही रहे थे कि मंसूरी टेंट हाउस की बिल्डिंग से आराजक तत्वों ने पत्थरबाजी कर दी। जिससे भगदड़ मच गई और पूरा मामला बवाल में तब्दील हो गया। दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई और बवालियों ने दुकानों सहित एक दर्जन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। सूचना पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया और साथ ही पुलिस लाठीचार्ज कर बवालियों को खदेड़ा।
बवाल में करीब एक दर्जन पुलिस कर्मी भी घायल हो गयें। एडीजी ने कहा कि बवालियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। सीसीटीवी फुटेज व जानकारी कर जल्द ही ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौके पर एडीजी अविनाश चन्द्र, आईजी आलोक सिंह, डीएम सुरेन्द्र सिंह, डीआईजी सोनिया सिंह आदि मौजूद रहे।