वाराणसी के बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में छेड़खानी के खिलाफ शुरू हुआ बवाल अब तक नहीं थमा है। शनिवार रात में हालात और बिगड़ गए जब पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया था। वहीँ सीएम योगी द्वारा इस घटना की जाँच कमिश्नर को सौंपी गई थी। अब इस मामले में न्यायिक जाँच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
वीसी के अधिकार सीज, चीफ प्रॉक्टर ने दिया इस्तीफा-
BHU में लाठीचार्ज की घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए चीफ प्रॉक्टर ओंकारनाथ सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। वहीँ CM योगी ने कहा था कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। छात्रों को तंग न किया जाए लेकिन अराजक तत्वों से सख्ती से निपटे प्रशासन। जबकि कल वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी के प्रशासनिक अधिकार सीज़ कर दिए गए। वो कोई नीतिगत फैसला नहीं ले सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक एमके सिंह को नया चीफ प्रॉक्टर बनाया जा सकता है। इसके पहले वीसी ने कहा था कि घटना के पीछे साजिश थी। उन्होंने आइसा पर हिंसा फ़ैलाने का आरोप लगाया था।
वीसी ने कहा था कि अगर लड़कियों को बाहर जाना है, तो बताकर जा सकती हैं। धरना देने वाले बीएचयू के अधिकतर नहीं थे। आइसा के सुनील यादव ने करवाया प्रदर्शन। हमने किसी छात्र को हॉस्टल छोड़ने के लिए नहीं कहा था। बीएचयू के छात्र और अभिभावक मेरे साथ हैं। मेरी घटना पर कई बार एचआरडी मंत्री से बात हुई है। न्यायिक जांच का गठन मैंने किया है, किसी के कहने पर नहीं। जब छात्र को बुरा लगता तो वो विरोध कर सकते है। संस्था मौन होती है, बीएचयू के आदर्श भी आहत हुए है।