कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। राहुल वहां पर कई लोगों से मुलाकात कर रहे हैं, इसी कड़ी में उन्होंने वाशिंगटन डीसी में उद्योगपतियों से भी मुलाकात की है। राहुल ने वाशिंगटन डीसी में सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोगरेस द्वारा आयोजित पॉलिसी और लॉ मेकर्स से भी मुलाकात की है।
वह न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान एनआरई लोगों को भी संबोधित करेंगे। राहुल का यह भाषण 20 सितंबर को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर के पास होटल मैरियट में होगा।
इससे पहले पिछले हफ्ते राहुल ने बर्कले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में संबोधन किया। राहुल गांधी ने भारत में समाज के साथ ही साथ आर्थिक मोर्चे की चुनौतियों पर भी खुलकर बात की। राहुल गांधी ने माना कि सियासत में अहंकार से बचना जरूरी है। यहां तक यह भी स्वीकार किया है कि 2012 में कांग्रेस में अहंकार घर कर गया था।
मोदी सरकार पर किया था वार-
राहुल गांधी ने कहा था कि, ‘मेरी दादी को मार दिया गया। मैंने बचपन से ही हिंसा की त्रासदी को झेला है। इससे किसी का भला नहीं होने वाला है। मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला लेते वक्त संसद तक को भरोसे में नहीं लिया। इसका नतीजा देखिए जीडीपी 2 प्रतिशत तक गिर गया है। लोगों को रोजगार के मोर्चे पर भी जूझना पड़ रहा है। अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है।’