संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर बेनकाब किया है। भारत ने यहां पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय आतंक का चेहरा करार दिया है।
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 36वें सम्मेलन में भारत ने पाकिस्तान को अपनी आतंक की फैक्ट्री बंद करने की चेतावनी दी है। भारत ने पाकिस्तान से ये भी कहा है कि वह आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
राइट टू रिप्लाई में भारत की तरफ से कहा गया है कि, ‘जम्मू-कश्मीर में क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद के सबूत पाकिस्तान को दिए जा चुके हैं। लेकिन, पाकिस्तान इन मुद्दों के हल पर ध्यान देने के बजाय उन्हें भटकाने के हथकंडे अपनाने का काम करता है। भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को आतंक का केंद्र करार दिया है।’
कश्मीर में अस्थिरता के पीछे आतंकवाद-
भारत ने यहां कश्मीर का मुद्दा भी उठाया। भारत ने कहा कि, ‘कश्मीर में आतंकवाद के चलते स्थिरता कायम करने में काफी दिक्कतें आती हैं।’ भारत ने दुनिया के सामने एक बार पाकिस्तान को दो टूक अंदाज में कह दिया कि, ‘कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा।’
Foremost challenge to the stability in Kashmir and in the region is the scourge of terrorism: India's Right of Reply #UN #Geneva
— ANI (@ANI) September 18, 2017
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तानी सरकार के रवैये पर भी भारत ने टिप्पणी की। भारत की तरफ से कहा गया कि, ‘पाकिस्तान के विदेश मंत्री तक ये बात मान चुके हैं कि उनकी जमीन से लश्कर-ए तैयबा और जैश-ए मोहम्मद जैसे संगठन संचालित होते हैं। जो आतंक की फैक्ट्री चलाते हैं। इसके बावजूद आतंक के इन आकाओं को उनके गुनाहों की सजा देने के बजाय खुली छूट दी जाती है।’