चुनाव में 325 सीटों के प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा ने सूबे की सत्ता पर कब्ज़ा किया था। तमाम अटकलों के बाद योगी आदित्यनाथ को सूबे का मुख्यमंत्री चुना गया था, इसके साथ ही पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और राजधानी के पूर्व मेयर को सूबे का उप-मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालाँकि भारतीय संविधान के अनुसार मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री या कैबिनेट मंत्री को विधायक या विधान परिषद् का सदस्य होना अनिवार्य था, जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी ने बीते 5 सितम्बर को विधान परिषद् का नामांकन किया था। मोहसिन रजा ने भी 5वें उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था।
मोहसिन रजा एमएलसी निर्वाचित-
यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रज़ा विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इनका कार्यकाल अप्रैल 2018 तक रहेगा। बसपा के जयवीर सिंह के इस्तीफे से ये सीट खाली हुई थी। आज मोहसिन रजा एमएलसी निर्वाचित होने के बाद प्रमाण पत्र लेने पहुंचे थे। बीते 5 सितम्बर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद् का नामांकन भरा था। इस दौरान दोनों उप-मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य, डॉ० दिनेश शर्मा ने भी अपना नामांकन भरा था।
योगी आदित्यनाथ, केपी मौर्या दिनेश शर्मा और स्वतंत्र देव सिंह निर्विरोध चुने गए थे। यूपी विधान परिषद में 4 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। आज 5वें एमएलसी के रूप में मोहसिन रजा निर्विरोध निर्वाचित हुए।