कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर जवाबी हमला बोलते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि उन्हें शर्म आती है कि कांग्रेस नेता मध्य प्रदेश के हैं और कभी राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
शिवराज सिंह का दिग्विजय सिंह पर वार-
दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी वाले एक ट्वीट को रीट्वीट किया था। शिवराज चौहान ने कहा, ‘मुझे तुलसी दास की चौपाई याद आती है -जाको प्रभु दारुण दुख देही, ताकी मति पहले हर लेही।’ उन्होंने कहा, शर्मिदा हूं कि वह (दिग्विजय) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। वह 10 सालों तक मुख्यमंत्री रहे हैं और देश की सबसे पुरानी पार्टी के महासचिव हैं। उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि उचक्के भी सड़क पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते हैं। मुझे तो वह शब्द बोलने में शर्म आ रही है।’
दिग्विजय के रीट्वीट पर चौहान की प्रतिक्रिया-
शिवराज चौहान दिग्विजय के रीट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। मगर बाद में विवाद पैदा होने पर उन्होंने कहा था कि वे शब्द उनके नहीं थे।
दिग्विजय सिंह ने मांगी माफ़ी-
दिग्विजय सिंह ने बाद में उस रीट्वीट से खुद को अलग करते हुए ट्वीट किया, ‘ये शब्द मेरे नहीं हैं। संबंधित व्यक्ति से मैं माफी मांगता हूं।’ आगे लिखा, वह तो ‘मूर्ख बनाने की कला’ में माहिर हैं। शिवराज चौहान ने कहा, वे राजनीति में इस स्थान पर पहुंच कर भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह तो बौखलाहट है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे शर्म आ रही है कि वह मध्य प्रदेश के हैं।’