पटना : बिहार में कांग्रेस विधायकों को टूट से बचाए रखने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार शाम 5.30 बजे बिहार के कांग्रेसी विधायकों से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस के आलाकमान चाहते हैं कि बिहार में नीतीश कुमार को घेरने से पहले अपने ही घर को दुरुस्त किया जाए। पिछले दिनों इसी मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह के साथ बातचीत भी की थी। लेकिन आज राहुल गाँधी के साथ कांग्रेस विधायकों की होने वाली बैठक में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अशोक चौधरी को नहीं बुलाया गया है।
दरअसल हुआ यूँ कि पिछले दिनों नीतीश कुमार के महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी से हाथ मिला लेने के बाद से ही कांग्रेसी विधायकों की टूट की खबरें आने लगी थीं। बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में कांग्रेस के 27 विधायक जीतकर आए थे। इनमें से कम से कम 18 विधायकों के नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के संग जाने की खबरें आ रही थीं। सूत्रों की मानें तो इस टूट के लिए अशोक चौधरी को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसीलिए कांग्रेस ने बिहार में अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की खोज शुरू कर दी है दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही अशोक चौधरी के हाथों से पार्टी की कमान को लेकर दूसरे नेता को सौंपा जा सकता है। कांग्रेस आलाकमान नीतीश को घेरने से पहले अपने घर के हालात ठीक करना चाहते हैं। इसी के मद्देनजर राहुल बिहार के कांग्रेसी विधायकों के संग आज मुलाकात करेंगे।
दरअसल बिहार में कांग्रेसी विधायकों के टूट की आशंका को देखते हुए आलाकमान ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, जेपी अग्रवाल और ज्योतिरादित्य सिंधिया को अलग-अलग भेजा था। इन तीनों की रिपोर्ट के आधार पर ही आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बिहार के विधायकों के साथ मुलाकात कर उनकी शंकाओं का निवारण करेंगे। ये भी हो सकता है कि राहुल गांधी विधायकों से एक-एक करके मिलें ताकि वह इन विधायकों के जरिए ये जान सकें कि किस नेता के कहने पर और किस तरह के प्रलोभन देकर कांग्रेस विधायकों को जेडीयू के साथ ले जाने की कोशिशें की जा रही हैं।