दो साध्वियों से रेप के मामले में 20 साल की जेल की सजा काट रहे राम रहीम के एक कथित समर्थक ने खुदकुशी कर ली है। इस युवक को राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा के दौरान पंचकूला के पास गिरफ्तार किया गया था। वहीं, परिवार वालों का कहना है कि रवींद्र राम रहीम का समर्थक नहीं था वो मानसिक तौर पर बीमार था। जेल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
सोनू के परिवार के लोगों का कहना है कि सोनू गिरफ्तारी वाले दिन भी अपनी मां के साथ इलाज के लिए ही रोहतक जा रहा था, लेकिन गाड़ियां बन्द होने के कारण कुछ लोगों ने इन्हें अपनी बस में बैठा लिया। लेकिन पंचकूला के बाहर उसे पुलिस ने राम रहीम समर्थक समझकर गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि राम रहीम ने खुद से मिलने के लिए जेल प्रशासन को गेस्ट लिस्ट सौपीं है। राम रहीम ने जेल प्रशासन को 10 लोगों की लिस्ट सौंपी है। इस लिस्ट में राम रहीम ने मुँहबोली पुत्री हनीप्रीत का नाम सबसे पहले लिखा है।
राम रहीम ने फोन पर बात करने के लिए हनीप्रीत और चरणजीत का मोबाइल नंबर भी दिया है। साथ ही अपनी दोनों बेटियों और दामाद, बेटा और बहू और डेरे की देखभाल करने वाले कुछ लोगों का नाम दिया है। जेल के नियम के मुताबिक कैदी अपनी मर्जी से ऐसे लोगों के नाम जेल प्रशासन को दे सकता है, जो उससे मिलने के लिए अधिकृत होंगे। कैदी की तरफ से दिए गए नामों के अलावा किसी और को जेल के अंदर आकर कैदी से मिलने की इजाजत नहीं होगी।
बता दें बता राम रहीम रोहतक के कैदी नंबर 8647 के नाम से सुनारिया जेल में बंद है। यहां उसे माली का काम दिया गया है, जिसके उसे 40 रुपये रोज मेहनताना मिलते हैं।
हनीप्रीत इंसा पर देशद्रोह का केस दर्ज
डेरा प्रमुख राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत इंसा के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने देशद्रोह का केस दर्ज कर लुकआउट नोटिस जारी किया है। बता दें उन पर यौन शोषण मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद दोषी राम रहीम को कोर्ट से भगाने की साजिश रचने का आरोप लगा है।
डेरा प्रमुख राम रहीम को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 25 अगस्त यानी शुक्रवार को साध्वियों से यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया था। सूत्रों की मानें तो दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम को भगाने की तैयारी की गयी थी। मगर हरियाणा पुलिस और सेना की मौजूदगी से उनका ये प्लान काब्यं न हो सका।