राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने मेजर ध्यानचंद के खेल, योगदान और राष्ट्रप्रेम को प्रेरणा बताया। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की सफलताओं से पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग काफी प्रभावित हैं और उन्होंने देश के हर बच्चे को ध्यानचंद के बारे में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन नेहरू पार्क के सामने सैनी धर्मशाला में लोकतंत्र सुरक्षा मंच व सैनी इंडिया फेडरेशन तत्वावधान में एकत्रित होकर बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
वीरेंद्र सहवाग ने एक ट्वीट में लिखा, ‘इस देश के हर बच्चे को महान मेजर ध्यानचंद के बारे में पता होना चाहिए। 16 साल की उम्र में भारतीय सेना में शामिल हुए थे और 1956 में रिटायर हुए।’
Every child in the country must know about the legend Major Dhyanchand was.He joined the Indian army at the age of 16 and retired in 1956.
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017
Tributes to the greatest hockey player of all times and India's greatest sportsman, Major Dhyanchand on #NationalSportsDay . pic.twitter.com/MzYxMGPDtC
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017
Tributes to the greatest hockey player of all times and India's greatest sportsman, Major Dhyanchand on #NationalSportsDay . pic.twitter.com/MzYxMGPDtC
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017
बता दें कि 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के द्वारा अनेक पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
मेजर ध्यानचंद कुशवाहा सैनी का जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद में हुआ। 16 वर्ष की आयु में आर्मी की पंजाब रेजीमेंट में शामिल हुए थे।