डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इंसा को सीबीआई कोर्ट ने साध्वी बलात्कार और हत्या के संगीन आरोपों में दोषी करार करते हुए 10-10 साल की कड़ी पारिश्रमिक सज़ा सुनायी है। बाबा के शर्मनाक कृत्यों के मुकाबले उसे मिली सज़ा बेशक बहुत कम है। इसके बाद भी लड़कियों की ज़िन्दगी से खिलवाड़ करने वाला ये पापी अपने किये पर ज़रा सा भी शर्मिंदा नहीं है और सीबीआई कोर्ट से मिले फैसले को हाईकोर्ट और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती देने के लिए तैयारी कर रहा है। पर एक तरफ जहां इस पाखंडी बाबा के गुनाहों का खुलासा हो गया और जेल की सलाखों तक पहुँचाने वाली न्यायपालिका की जीत हुई तो वहीं दूसरी तरफ एक बार फिर देशवासियों के श्रद्धा और धार्मिक भावनाओ पर गहरी चोट लगी है।अगर हालात ऐसे ही रहे तो वो दिन दूर नहीं कि जब कोई राम के नाम पर भीख भी नहीं देगा।
प्राचीन काल में देश में कई ऐसे महात्मा और संत हुए जिन्होंने महिलाओं के साथ हो रहे जुर्म और अन्याय को खत्म करने के लिए कई प्रयास किये। जिनमें बाल-विवाह,सती प्रथा विधवा प्रथा मुख्य रूप से सामने आये। पर समय के साथ-साथ हालात भी बदल गए या फिर यूँ कहें कि मौजूदा हालात बद से बद्तर हो गए। आज कल के बाबा, महात्मा और धर्म गुरुओं का नाम महिलाओं के लिए आवाज उठाने में तो दूर बल्कि खुद महिलाओं के शोषण में प्रमुखता और जिम्मेदार रूप से शामिल हो रहा है।
आज हम आपको कुछ ऐसे ही बलात्कारी धर्म गुरुओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो भगवान तो छोड़िये इंसान कहलाने लायक नहीं है –
आसाराम बापू
आसाराम बापू पर एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का आरोप लगा था। जिसका खुलासा साल 2013 में हुआ था। आसाराम बापू पर आरोप था कि वो अनुष्ठान के बहाने लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करता था। आसाराम के खिलाफ ज़मीन हथियाने और तंत्र मंत्र के फेर में कई बच्चों की हत्याओं का भी आरोप लगा हुआ है। फिलहाल के लिए ये बलात्कारी बाबा जेल की काल कोठरी में है और अपने कर्मो की सज़ा भुगत रहा है।
स्वामी नित्यानंद देश के बलात्कारी बाबाओं की फेहरिस्त में इस ढोंगी स्वामी नित्यानंद का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। स्वामी नित्यानंद देश के उन चुनिंदा बलात्कारी बाबाओं में से एक है जिनकी रंगरेलियों के चर्चे देश ने सुने ही नहीं बल्कि देखे भी थे। देश के महिलाओं के साथ यौन शोषण करने वाले स्वामी नित्यानंद साल 2010 में उस वक़्त सुर्ख़ियों में छा गए थे जब एक एक्ट्रेस के साथ सेक्स करते हुए बाबा का अश्लील चलचित्र टीवी पर प्रसारित कर दिया गया था। इसके बाद साल 2012 में एक महिला ने बाबा पर यौन शोषण का आरोप लगया जिसके चलते कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने स्वामी नित्यानंद की गिरफ्तारी का आदेश दे दिया था। ख़बरों के मुताबिक स्वामी नित्यानंद के आश्रम पर छापेमारी के दौरान कंडोम और ड्रग्स की भारी खेप मिली थी।
स्वामी परमानन्द स्वामी परमानन्द मूल रूप से बाराबंकी का ढोंगी बाबा रामशंकर तिवारी था। जो बच्चा पैदा करने की आड़ में महिलाओं का शारीरिक शोषण करता था। जो भी महिलाएं बच्चे की चाह में बाबा के पास आती थी उन्हें ये बलात्कारी बाबा पूजा-अर्चना की आड़ में उनके साथ बलात्कार करता था। बलात्कारी बाबा कई सालों तक इस कुकृत्य को अंजाम देता रहा क्योंकि कभी बाबा पर झूठी आस्था के चलते तो कभी समाज में झूठी शान के चलते किसी भी पीड़िता ने कभी इस पापी के खिलाफ मुँह नहीं खोला और जिसने खोलने के हिम्मत की उनको इस बलात्कारी ने अपनी रास्ते से ही हटा दिया। पर एक दिन स्वामी परमानंद का पर्सनल कंप्यूटर खराब हो गया। उसने इसे इंजीनियर के पास भेजा। इंजीनियर ने कंप्यूटर में मौजूद वीडियो जब देखा, तो अवाक रह गया। उसने वीडियो को वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कई दिनों की मेहनत के बाद स्वामी को गिरफ्तार कर लिया। बाबा ने 100 से अधिक महिलाओं के यौन शोषण की बात कबूली थी। उस पर रेप, हत्या के प्रयास, लूट और जालसाजी सहित कुल 11 आपराधिक केस दर्ज किए गए थे।
स्वामी भीमानंद
बलात्कारी बाबाओं के फेहरिस्त में इस बाबा का नाम शोषण करने से अधिक महिलाओं के शोषण करवाने में अधिक लिया जाता है। साल 1997 में देह व्यापार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया स्वामी भीमानंद खुद को साईं भगवान का अवतार बताता था।स्वामी भीमानंद का असली नाम शिव मूरत द्रिवेदी है जो दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित एक फाइव स्टार होटल में गार्ड की नौकरी करता था। पर झूठी आस्था और जिस्मफरोशी के धंधे से इसने 12 साल में ही करोड़ों की संपत्ति जमा कर ली थी।
कृपालु जी महाराज
हिन्दू धर्म के सबसे रंगीले बाबा की रंगरेलियों के चर्चे तब सामने आये थे जब जगद्गुरु कृपालु जी महाराज पर 22 साल की एक महिला ने अपने साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था। इसके बाद इस ढोंगी बाबा के आश्रम में 15 साल तक शोषण का शिकार होने वाली महिला ने भी कृपालु जी महाराज का खुलासा किया था। उस महिला का आरोप था कि कृपालु जी महाराज अपने आश्रम में महिलाओं के साथ छेड़खानी करते थे और कई बार उनके साथ ज़बरदस्ती करने की भी कोशिश करते थे।
मौलाना जरजिस
मूल रूप से इटावा का रहने वाला ये धर्म गुरु जगह-जगह इस्लाम और मजहब की तालीम और धार्मिक सन्देश देने जाता था। उसके इस समागम में हज़ारों की तादाद के साथ ही मुस्लिम महिलायें भी शामिल होती थी। कई सालों तक इसका ये धार्मिक खेल चलता रहा पर इसके फरेब का खुलासा तब हुआ जब जैतपुरा निवासी एक महिला ने मौलाना जरजिस पर बलात्कार करने का आरोप लगाया। महिला के मुताबिक़ मौलाना जरजिस से वो उनके धर्म सम्मेलन में मिली थी उसके बाद ही मौलाना ने शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार बलात्कार किया और उसकी अश्लील वीडियो भी बना ली। जिसके ज़रिये मौलाना महिला को धमकाता रहता था। पर महिला के मौलवी का खुलासा करने के बाद उस फरेबी मौलवी को जेल भेज दिया गया।
मौलाना अनवरुल हक़
बिजनौर में स्थित जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अनवरुल हक़ के ऊपर 30 साल की एक महिला ने तंत्र मन्त्र का झांसा देते हुए उसके साथ हरिद्वार के एक होटल में उसके साथ बलात्कार किया था। महिला के पति के अनुसार महिला काफी दिनों से एक अजीब सी बीमारी से ग्रसित थी जिसे कुछ लोग आम भाषा में भूत-प्रेत का साया पड़ जाना कहते है। इसी के चलते इमाम ने उनकी पत्नी पर से प्रेत का साया भगाने के लिए हरिद्वार के एक होटल में बुलाया जहां जादू-टोने के बहाने इमाम मौलाना अनवरुल हक़ ने उसकी पत्नी के साथ बलात्कार किया और मुँह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। पर महिला ने निडरता दिखाते हुए इमाम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस की जाँच पड़ताल में इमाम का अश्लील वीडियो भी सामने आया जो उसके खिलाफ ठोस सबूत बन कर उभरा।
सवाल ये उठता है कि किसने हक़ दिया इन धर्म गुरुओं को देशवासियों की भावनाओं के साथ खेलने का, लोगों की आस्था और श्रद्धा का मजाक उड़ाने का, आखिर किसने ? पर गलती पूरी तरह से इन बाबाओं और धर्म गुरुओं की भी नहीं है। ये लोगों के साथ खेल सकते हैं क्योंकि चंद पढ़े-लिखे अनपढ़ इन्हे अपना स्वामी ,अपना भगवान मान लेते हैं। इन बाबाओं का प्रभाव कितना गहरा है पिछले दिनों पंजाब और हरियाणा में हुई हिंसा इस बात की बानगी है।